ब्रम्हाकुमारिज सेंटर में सात दिवसीय बाल विकास शिविर का भव्य समापन

ब्रम्हाकुमारिज के सामाजिक सरोकार के प्रयास में समाज का योगदान हो…तुलसी बहन, केंद्र संचालिका
सक्ती । सोशल मीडिया समाज के लिए वरदान है पर इसका दुरुपयोग बन रहा है अभिशाप, यह बात नन्हे मुन्ने भैया बहनों ब्रम्हाकुमारिज द्वारा आयोजित बाल व्यक्तित्व विकास शिविर के समापन अवसर पर नृत्य नाटिका के माध्यम से बताते हुए लोगों को संदेश देने का प्रयास किया कि विज्ञान के अद्भुत चमत्कार मोबाइल के बढ़ते दुष्प्रभाव हम सचेत रहें।
आज समापन समारोह का शुभांरभ प्रशिक्षार्थी बच्चों के प्रतिभा प्रदर्शन के रुप में भाषण और नृत्यों की शानदार प्रस्तुति के साथ हुआ, पश्चात ब्रम्हाकुमारिज ने मंचासीन अभ्यागतों का तिलक चंदन से स्वागत किया ।
अतिथि संबोधन एवम् आशीर्वचन के क्रम में राम अवतार अग्रवाल ने आयोजन की तारीफ करते हुए इसके वृहद आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया तो वहीं अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कहा कि ब्रम्हाकुमारिज बहनों ने सात दिनों तक अनवरत प्रयास कर बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए प्रयास किया है जो बच्चों के द्वारा मंच पर भव्य प्रस्तुति रुप में नजर आ रही है । यह प्रशंसनीय होने के साथ ही समाज के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने आगे कहा कि हम जो अपने लिए करते हैं वह काम है और वही समाज के लिए करते हैं तो वह अभियान है और ब्रम्हाकुमारिज का यह प्रयास एक सामाजिक अभियान है जिसका अभिभावकों के द्वारा प्रशंसा की जा रही है।
इन पलों में उपस्थित रामनरेश यादव ने नृत्य नाटिकासोशल मीडिया के दुष्प्रभाव; को हृदय स्पर्शी बताते हुए सार्वजनिक मंचों में भी इसके प्रदर्शन पर बल दिया ताकि समाज में इसका व्यापक और सकारात्मक प्रभाव पड़े। अभिभावक सुरेंद्र गबेल ने आयोजन को अच्छा बताते हुए कह कि हमारे बच्चों ने सात दिन में बहुत कुछ सीखा है। डा कात्यानी सिंह ने ब्रम्हाकुमारीज के प्रयास को समाज के लिए लाभदायक कहा तो वहीं योम लहरे ने बच्चों के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि यह सब प्रस्तुति बहनों के सतत प्रयास का ही परिणाम है। मंचासीन रामावतार साहू, उदय मधुकर ने बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु कामना की तो वहीं कार्यक्रम का सफल संचालन मधु बहन ने किया। केंद्र संचालिका तुलसी बहन ने अपने आशीर्वचन उद्बोधन में बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अतिथियों के प्रति साधुवाद व्यक्त किया तथा इसी तरह संस्था के सामाजिक सरोकार के कार्यों में योगदान देकर उत्साहवर्धन करते रहने का आग्रह किया। अंत में मंचस्थ अतिथियों के कर कमलों से शिविर की प्रशिक्षिका शांति सिंह को सौभाग्य कलश प्रदान कर सम्मानित किया गया तो वहीं प्रशिक्षार्थी बच्चों को प्रमाण पत्र एवम् पुरुस्कार प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। आयोजन को सफल बनाने शकुंतला,कांति, सरस्वती, आरती चौहान, पुष्पा आदि ब्रम्हकुमारिज बहनों के साथ ही विमल, राजेश, प्रेमशंकर, राजा,नरेश आदि भाइयों की सक्रिय सहभागिता रही तो वहीं आज बच्चों के साथ अभिभावकों की भी गरिमामय उपस्थिति रही। गौर तलब है कि ब्रम्हाकुमारिज सेंटर सक्ती द्वारा सात दिवसीय निःशुल्क बाल व्यक्तित्व विकास शिविर १२ मई से आयोजित किया गया था जिसमें प्रतिदिन करीब ५०६० बच्चों ने ड्राइंग, पेंटिग, भाषण, नृत्य गीत आदि विधाओं में प्रशिक्षण लिया तो वहीं नैतिक, अध्यात्मिक एवम् राजयोग मेडिटेशन का भी अभ्यास किया।