जांजगीर चांपा जिला के विकासखंड बम्हनीडीह के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा का मामला

कलेक्टर के आदेश को व्याख्याता एक साल से दिखा रहा ठेंगा
बिर्रा – जांजगीर चांपा जिला के तत्कालीन कलेक्टर आकाश कुमार छिकारा के आदेश को पिछले 1 साल से व्याख्याता के द्वारा ठेंगा दिखाया जा रहा है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा में पदस्थ व्याख्याता का प्राचार्य के पद जाने के बाद भी वर्तमान प्राचार्य को वित्तीय अधिकार नहीं देने से वर्तमान प्राचार्य को बेवजह भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राचार्य का पद जाने के बाद भी व्याख्याता कुर्सी का मोह नहीं छोड़ रहा है। जिसके कारण महिला प्राचार्य के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसके बावजूद महिला प्राचार्य को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि जांजगीर चांपा जिला के विकासखंड बम्हनीडीह के अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा में वर्तमान में दो प्राचार्य कार्यरत हैं। लेकिन मजेदार बात यह है कि व्याख्याता फागूलाल साहू जो पूर्व में प्राचार्य के पद पर पदस्थ था। जिसको जांजगीर चांपा जिला के तत्कालीन कलेक्टर महोदय आकाश कुमार छिकारा के द्वारा विभागीय कार्यों में अनुशासनहीनता, कार्य के प्रति घोर लापरवाही और स्वेच्छाचारिता इसके अतिरिक्त बच्चों के कम प्रतिशत अंक पाने के कारण तत्कालीन कलेक्टर महोदय के द्वारा तत्कालीन प्राचार्य फागूलाल साहू को प्राचार्य के पद से हटाकर उनके स्थान पर व्याख्याता मनीषा बेबी चौहान को प्राचार्य बनाया गया है। लेकिन मनीषा बेबी चौहान प्राचार्य के पद पर हैं। इसके बावजूद फागूलाल साहू व्याख्याता के द्वारा वर्तमान प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान को वित्तीय अधिकार नहीं दिया जा रहा है। व्याख्याता फागूलाल साहू बाकायदा प्राचार्य के कुर्सी पर बैठकर प्राचार्य का हस्ताक्षर भी करता है। एक ही विद्यालय में दो-दो प्राचार्य का होना शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के लापरवाही और मिलीभगत को उजागर करता है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा के प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान को महिला वर्ग होने के नाते व्याख्याता फागूलाल साहू के द्वारा पूर्ण रूप से आज पर्यंत तक 1 साल बाद भी पूर्ण प्रभार नहीं दिया जाना व्याख्याता फागूलाल साहू का विभागीय कार्यों में अनुशासनहीनता कार्य के प्रति घोर लापरवाही और स्वेच्छाचारिता को प्रदर्शित करता है। आजकल यह बात शिक्षकों एवं अध्यनरत छात्र-छात्राओं में और बिर्रा एवं आसपास के गांवों के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा में पदस्थ व्याख्याता फागूलाल साहू तत्कालीन कलेक्टर साहब के आदेश को ठेंगा दिखा रहा है। कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग के जिला के उच्च अधिकारियों के साथ व्याख्याता फागूलाल साहू का मिलीभगत लग रहा है। जिसकी लिखित में शिकायत वर्तमान प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा अश्वनी भारद्वाज को दिया जा चुका है। इसके बावजूद भी जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा अश्वनी भारद्वाज के द्वारा प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान को पूर्ण रूप से प्रभार नहीं दिला सका है। यह बात विभागीय अधिकारियों की अनुशासनहीनता कार्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता और स्वेच्छाचारिता को दर्शाता है। अगर सूत्रों की माने तो जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा अश्वनी भारद्वाज का व्याख्याता फागूलाल साहू के ऊपर पूरा-पूरा क्षत्रछाया लग रहा है। यहां पर महिला प्राचार्य के अधिकारों का व्याख्याता फागूलाल साहू के द्वारा हनन किया जा रहा है। यहां पर एक महिला कर्मचारी के अधिकारों का मजाक उड़ाया जा रहा है और शिक्षा विभाग के अधिकारी के अलावा जिला के उच्च अधिकारी हाथ पर हाथ धरे कुर्सी में बैठकर कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। एक महिला कर्मचारी के अधिकारों का हनन हो रहा है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा के व्याख्याता फागूलाल साहू के अलावा शिक्षा विभाग की बदनामी हो रही है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केरा रोड बिर्रा में कक्षा 09वीं से लेकर 12वीं तक बच्चों का परीक्षा परिणाम 97% रहा है। इसके बावजूद भी व्याख्याता फागूलाल साहू के द्वारा प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान को पूर्ण रूप से प्रभार नहीं दिया जा रहा है। यह बात बिर्रा एवं आसपास गांवों के गुरुजनों और अभिभावकों के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है। बहरहाल कारण चाहे जो भी हो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा के प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान को व्याख्याता फागूलाल साहू के द्वारा बेवजह पूर्ण रूप से प्रभार नहीं देना कुल मिलाकर यहां पर एक महिला के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। प्राचार्य मनीषा बेबी चौहान ने जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा के अलावा जिला के कलेक्टर महोदय जन्मेजय महोबे जी से पूर्ण प्रभार वित्तीय अधिकार के साथ दिलाने की मांग की है।
एक ही विद्यालय के दो- दो प्राचार्य
विगत एक वर्षो से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा में दो प्राचार्य है। पिछले वर्ष माननीय तत्कालीन कलेक्टर महोदय आकाश कुमार छिकारा ने फागुलाल साहू व्याख्याता जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा का प्रभारी प्राचार्य था। उनको हटाकर मनीषा बेबी चौहान व्याख्याता को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है। फागुलाल साहू व्याख्याता द्वारा प्राचार्य के बदलने के बाद भी प्रभार नही दे रहा था । उनको इस पद से बहुत मोह था। कुछ दिनों के बाद मनीषा बेबी चौहान को प्रभारी प्राचार्य का प्रभार तो दिया लेकिन आधा अधूरा ही दिया गया है। अभी भी प्राचार्य के कुर्सी में फागुलाल साहू ही बैठता है और इसके बावजूद प्राचार्य का शील से हस्ताक्षर भी करता है। इधर मनीषा बेबी चौहान भी प्राचार्य का हस्ताक्षर करती है। यह बात शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिर्रा के स्टाप के गुरुजनों एवं आसपास के विद्यालय के शिक्षकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। मनीषा बेबी चौहान का कहना है कि मैं इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर चांपा अश्वनी भारद्वाज को अवगत करा चुकी हूँ। इस पर यदि आवश्यक कार्यवाही नही होती है तो उनकी समस्त जवाबदारी शिक्षा विभाग के अधिकारी के अलावा जिला के उच्च अधिकारियों की होगी।