सक्ती

अवैध रेत का खेल, सिस्टम फेल

सक्ती ‌। नवीन जिला सक्ती में रेत का अवैध कारोबार अपने चरम पर पहुंच गया है। रेतघाटों में प्रतिबंध लगने के बाद भी तस्कर सुबह-सुबह काले कारनामों को अंजाम देकर अपनी जेबों को गर्म करने में लगे हुए हैं।
जिलेभर में ट्रेक्टर,ट्रेलर के माध्यम से रेत का परिवहन जारी है, बावजूद इसके उन पर कार्रवाई न होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। हालांकि खनिज विभाग के अधिकारी लगातार कार्रवाई करने की बात जरुर कहते हैं लेकिन केवल खानापूर्ति की जाती है ।

चूंकि अब सक्ती नवीन जिला के रूप में छत्तीसगढ़ का 33 वा जिला बन चुका है लेकिन उसके बाद भी जिला सक्ती में रेत का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। आलम ये है कि रेत के काले कारोबार में लिप्त लोग बिना किसी डर के प्रशासन को चूना लगा रहे हैं। प्रतिबंधित अवधी में भी बिना किसी डर के रेत का कारोबार चल रहा है, लेकिन उस पर लगाम लगाने को लेकर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। रेत के अवैध कारोबारी सुबह-सुबह नदियों को खोदकर अपनी जेबों को गर्म कर रहे हैं। सूरज निकलने से पहले ही तस्कर ट्रैक्टरों , ट्रेलरों के माध्यम से रेत की चोरी करने में लगे हुए रहते हैं ।
जिले के तीनों विधानसभाओं के ग्रामीण अंचलों के बीचों बीच अवैध कारनामों को अंजाम देना कई सवालों को जन्म दे रहा है। ऐसे में रेत कारोबारियों पर उनकी नजर न हो ये हो ही नहीं सकता। कहीं न कहीं पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से रेत तस्कर प्रशासन को चूना लगा रहे हैं। शासन के निमाइंदे राजस्व की हानि कर अपनी जेब गरम करने में व्यस्त हैं ।