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अमरकंटक में भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ द्वारा श्रीमद् भागवत कथा अमृत महोत्सव का किया गया शुभारंभ

अमरकंटक में भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ द्वारा श्रीमद् भागवत कथा अमृत महोत्सव का किया गया शुभारंभ kshititech

जांजगीर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े के साथ अनेक मात्र शक्तियों ने भाग लिया

अमरकंटक / मध्य प्रदेश । नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में, भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ की योजना से, भागवत प्रवाह मातृशक्ति समिति द्वारा श्रीमद् भागवत कथा अमृत महोत्सव का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया । कलश यात्रा में जांजगीर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े एवं अन्नपूर्णा राठौर के साथ छत्तीसगढ़ एवं अन्य प्रदेश के अनेक मात्र शक्तियों ने भाग लिया। नर्मदा के उद्गम स्थल पर पूजन कर नर्मदा कुंड से वरुण पूजन एवं श्रीमद् भागवत महापुराण धारण कर राधे-राधे की जयकारा के साथ कल्याण आश्रम के भाव परिसर में कथा पंडाल में प्रथम आरती की गई
भागवत सप्ताह के प्रथम दिन छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध भागवत आचार्य राजेंद्र जी महाराज द्वारा भागवत महापुराण की वर्तमान कलयुग में महत्व के संबंध में बताया गया कि यह महापुराण ही साक्षात श्री कृष्ण का वांगमय स्वरूप है ।
कथा के माध्यम से ही निराकार ब्रह्म को साकार रूप में समझने की विविधता है,  भागवत कथा का आश्रय प्राप्त कर भक्ति देवी के दोनों बेटों ज्ञान और वैराग्य की वृद्धावस्था दूर हुई, और वह तरुण बन गए ।
भयानक प्रेत योनि में पड़े हुए धुंधकारी को सद्गति की प्राप्ति हुई, और राजा परीक्षित को भी भगवान की शरणागति प्राप्त हुई । आचार्य ने बताया कि श्रीमद् भागवत इस संसार का सर्वश्रेष्ठ सत्कर्म है , जो किसी मनुष्य के जन्म-जन्मांतर के पुण्य अर्जित होने पर प्राप्त होता है , श्रीमद् भागवत कथा देव दुर्लभ है , जिसकी नियति ब्रह्ममय होना हैं ,नर से नारायण बनने की कामना  और भागवत पारायण होने का हमारा संकल्प पूर्ण होता है  इस यज्ञ में छत्तीसगढ़ के अनेक नगरों से यजमान जोड़ी कथा श्रवण एवं सत्संग का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
राजस्थान से जीवंत झाकियों की प्रस्तुति हेतु कलाकार कथा में सहभागी हुए हैं, वही मधुर संगीत का दिव्य आनंद भी श्रोताओं को प्राप्त हो रहा है । श्रीमद् भागवत कथा मैं मातृशक्ति के समस्त पदाधिकारी अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए यज्ञ की व्यवस्था संभाल रहे हैं l प्रमुख यजमान देव कृष्ण शर्मा – पूनम शर्मा, श्रीमती मीरा रामजी दुबे , श्रीमती हीरा पदुम पटेल, तथा मातृ शक्ति समिति के अध्यक्ष दो पार्वती जायसवाल , उपाध्यक्ष श्रीमती हेम कांति पटेल, श्रीमती सुमित्रा पटेल, सचिव श्रीमती कविता देवांगन द्वारा अधिक से अधिक संख्या में कथा श्रवण करने हेतु आने की अपील की गई है ।