सक्ती

ग्रामीण डाक सेवा कर्मचारी संघ अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

सक्ती – बिलासपुर संभाग के सभी ग्रामीण डाक सेवक अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर आज 12 दिसंबर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्र में डाक व्यवस्था चरमरा गई है । ग्रामीण डाक सेवक शहर के मुख्य डाकघर परिसर में धरना आंदोलन पर डटे हुए हैं । इनकी प्रमुख मांगों मे पहला . 8 घंटे का काम पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ दिया जाए । दूसरा. कमलेश चन्द्र कमेटी की सभी सिफारीस को लागू करना जैसे : 12, 14, 36, 5 लाख ग्रेजवेटी, 180 दिनों की छुट्टी को आगे बढ़ाना और नगदी भुगतान किया जाए। तीसरा ग्रामीण डाक सेवक की SDBS में सेवा निर्वहन लाभ 3% से बढ़ाकर 10% करें और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करें। चौथा. ग्रामीण डाक सेवक को सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर जैसे- आई.पी.पी.बी., आर.पी.एल.आई., बचत योजना मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार के गणना की जाये। पांचवा. व्यावसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए ग्रा.डा. सेवक कर्मचारियों को उनके स्वयं के मोबाईल, फेसबुक ईष्टाग्राम सोसल मिडिया का पालन करने के लिए बिना उनकी इच्छा एवं जानकारी के विरूद्ध स्वयं के मोबाईल उपकरणों का उत्पीड़न को रोका जाय । छठवा. सामान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत को लागू कर 5 घंटे का TRCA सभी भेदभाव को समाप्त कर नियमित कर्मचारी के समान वार्षिक वेतन वृद्धि सुनिश्चित करें। सातवा शाखा डाकघरों का कार्य बढ़ाने के लिए सभी शाखा डाकघरों को लेपटाप, प्रिंटर और ब्राडबेंड नेटवर्क प्रदान करे । इन्हीं सब मांगों को लेकर ग्रामीण डाक कर्मचारी पूर्व में भी हड़ताल कर चुके हैं उनकी समस्याओं पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है इसलिए पुनः अब अपनी सभी जायज मांगों को लेकर आज 12 दिसंबर को पूर्ण रूप से कार्य बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संगठन सचिव ईश्वर दास वैष्णव,देव प्रसाद यादव, हरीश देवांगन ,गिरधारी ,सुभाष, रमेश, वेद राम देवांगन ,ईश्वर दास सहित महिला कर्मचारी भी उपस्थित रही ।