सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था कोमा में, ड्यूटी डॉक्टर सहित बीएमओ नदारत

सक्ती। नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी खस्ता हाल खुद ही बता रहा है। ड्यूटी डॉक्टर नदारत हैं और अपने सहयोगी को अपनी ड्यूटी करा रहें हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्ल्स हॉस्टल की एक बालिका के पेट मे जोरदार दर्द उठा, बालिका को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया ,जहां ड्यूटी डॉक्टर पूर्व बीएमओ डॉ अनिल कुमार की ड्यूटी थी मगर डॉ कुमार बिहार गए हुए हैं, वहीं हॉस्पिटल में एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं थे। बालिका और उसके साथ आए लोग भटकते रहे, घंटो बाद एक नर्स मिली तब कहीं जाकर उक्त बालिका को एडमिट किया गया। मामले की जानकारी पूर्व विधायक मालखरौदा एवं वरिष्ठ कांग्रेसी चैनसिंह सामले को लगी, जिसके बाद श्री सामले तत्काल सक्ती के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां ड्यूटी डॉक्टर की जगह दूसरे डॉक्टर मिले। उपस्थित डॉक्टर ने बताया कि ड्यूटी डॉक्टर बिहार गए हुए हैं साथ ही उपस्थित डॉक्टर ने यह भी बताया कि किसी काम से उन्हें न्यायालय बुलाया गया था जिस वजह से कुछ देर वे न्यायालय गए हुए थे, शायद उसी समय उक्त बालिका वहां पहुंची। वहीं पूर्व विधायक श्री सामले ने बताया कि वे वर्तमान बीएमओ, पी सिंह सहित सीएमएचओ जांजगीर और कलेक्टर जांजगीर को भी फोन किए लेकिन उनका फोन किसी ने नहीं उठाया।
वहीं जेठा निवासी श्री महंत भी अपने 14 वर्षीय बेटे को इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सक्ती लाए हुए हैं, उनके बेटे के दाहिने पांव में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था, काफी देर बाद इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर मिले तब जाकर बच्चे को भर्ती किया गया। बता दें कि पुराने भवन से नए बने मातृ शिशु अस्पताल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को एक हफ्ते पहले ही शिफ्ट किया गया है, यही कारण है कि व्यवस्थाएं और लोगों को जानकारी के आभाव में कुछ परेशानियां आ रही हैं। वही सूत्रों की मानें तो वर्तमान बीएमओ जो कि बाराद्वार से आना जाना करते हैं का निजी क्लीनिक बाराद्वार में होने के कारण वे सरकारी अस्पताल पर कम अपने निजी क्लिनिक में ज्यादा रहते हैं। ऐसी स्थिति में मरीजों को भटकना पड़ रहा है।