सक्ती

भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ इस साल अपना प्रांतीय गुरु पूर्णिमा उत्सव चांपा के देवांगन धर्मशाला में मनाएगा

रु के साथ ही हर उस व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए जो संस्कारित व विकसित समाज के निर्माण में गुरु की भूमिका में हो – आचार्य राजेंद्र शर्मा

सक्ती ‌। भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ इस साल अपना प्रांतीय गुरु पूर्णिमा उत्सव चांपा के देवांगन धर्मशाला में मनाएगा यह फैसला आज भागवत प्रवाह के अध्यक्ष आचार्य राजेंद्र शर्मा एवम् संरक्षक अधिवक्ता चित्रंजय पटेल के गरिमामय उपस्थिति में आयोजित विशेष बैठक में लिया गया, जिसमें भागवत प्रवाह के दीनदयाल गबेल, अशोक जलतारे, दिलेश्वर चंद्रा, शिवकुमार देवांगन, हेमकरण देवांगन, भकराम मेहर, संतोष कुमार देवांगन, वासुदेव चंद देवांगन, जगराम साहू, श्रीमती चंद्रकली देवांगन, कविता देवांगन आदि प्रदेश पदाधिकारी व सदस्यगण शामिल रहे।
इस अवसर पर सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि व्यास पूजन, प्रतिभा सम्मान व अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया है जिसमें भागवत प्रवाह अपने सामाजिक सरोकार के तहत प्रतिभा सम्मान में प्रवीण्य सूची में शामिल विद्यार्थियों, खेल, साहित्य आदि विधाओं के विशिष्ट लोगों को सम्मान करेगा तथा भागवत प्रवाह के उद्देश्य को लेकर सजग और सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए अलंकरण समारोह रखा गया है एवम् पारंपरिक रूप से सामूहिक व्यास पूजन किया जायेगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ कलश यात्रा से होगी जो समारोह स्थल पहुंचने के साथ देव पूजन के तहत राधाकृष्ण, व्यास पूजन व भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा की जायेगी। पश्चात विद्वत जनों का संबोधन और सहभोज भी आयोजित किया गया है। संपूर्ण समारोह संगीतमय भजनों से सुरभित होगा।
आज बैठक में मार्गदर्शन देते हुए अध्यक्ष आचार्य राजेंद्र ने कहा कि गुरु के साथ ही हर उस व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए जो संस्कारित व विकसित समाज के निर्माण में रह दिखाने अर्थात गुरु की भूमिका में हो और भागवत प्रवाह शुरू से ही इस दिशा में प्रयासरत है।
इस संबंध में सरक्षक चितरंजय पटेल अधिवक्ता ने बताया कि भागवत प्रवाह हमेशा से व्यास पूर्णिमा पर गुरु पूजन में ही सीमित न रहकर समाज के विशिष्ट जनों के सम्मान पर फोकस करता है जो समाज को संस्कारित करने के साथ सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका निभाते हैं।