किसानों द्वारा सक्ती से टुण्ड्री रायगढ़ सड़क मार्ग में चक्का जाम कर मुआवजे की मांग

सक्ती – इस भीषण चिलमिलाती धूप में प्रभावित किसानों द्वारा सक्ती से टुण्ड्री रायगढ़ सड़क मार्ग के ओड़ेकरा चौक पर 25 अप्रैल के सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक चक्का जाम कर मुआवजे की मांग किया गया। एडीबी कंपनी अधिकारियों एवं भूअर्जन अधिकारी डभरा के लिखित आश्वासन के बाद प्रभावित किसानों ने चक्का जाम समाप्त किया गया। लिखित समझौता में भूअर्जन की सभी प्रक्रिया पूर्ण कर सोमवार तक जिला कलेक्टर सक्ती के भेजने की बात कही गई है।
हम आपको बता दें एडीबी कंपनी के द्वारा सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य के लिए ग्राम सिंघीतराई ओड़ेकेरा टुंडी कंवली सराईपाली के किसानों कीसड़क किनारे जमीन को अधिग्रहण कर जबरन सड़क निर्माण कार्य कराया गया है जो करीब 9 सालों के बाद भी एडीबी कंपनी एवं भूअर्जन अधिकारी डभरा द्वारा प्रभावित किसानों के जमीन कि मुआवजा राशि आज तक नहीं दिया गया है। प्रभावित किसानों को कई बार अधिकारियों द्वारा झूठे आश्वासन दिया जा चुका है । एडीबी कंपनी एवं प्रशासन किसानों को गुमराह कर रहे है। जबकि किसानों की निजी भूमि पर सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य कराया गया है। परंतु प्रभावित किसान मुआवजा राशि के लिए दफ्तरों का चक्कर काट रहे है जिम्मेदार अधिकारीयो ने किसानों को मात्र झूठे वायदे ही किया । ग्रामीण किसान अपने निजी भूमि के मुआवजा राशि के लिए किसके पास जाएं। जबकि अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा राशि सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य के पहले किसानों को भुगतान करना होता है फिर आज तक प्रभावित किसानों को भुगतान नहीं किया गया जिसे लेकर नाराज किसानों द्वारा चक्का जाम का रास्ता अपनाया। विभागीय अधिकारी एवं भूअर्जन अधिकारी के लापरवाही की खामियाजा किसान भुगत रहे है । वही धरना स्थल पर स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और अधिकारियों द्वारा किसानों को समझाइस दिया गया। स्थानीय प्रशासन की ओर से तहसीलदार डभरा संजय मिंज अनुराग भट्ट तहसीदार चंद्रपुर व पुलिस के अधिकारी कमल किशोर महतो टी आई दलबल के साथ मौके पर डटे रहे। वही मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश यादव एवं अंजली गुप्ता एस डी ओ पी मौके पर उपस्थित रहे। वही प्रभावित किसानों को अधिकारीयो द्वारा लिखित आश्वासन के बाद माने और शाम 7 बजे चक्का जाम समाप्त किया। एडीबी कंपनी के अधिकारी एवं भूअर्जन अधिकारी डभरा एवं अधिकारियों के लिखित रूप में आश्वासन देने के बाद सड़क मार्ग से आंदोलनकारी किसान हटे और शाम को मार्ग पर आवागमन शुरू हुआ। सुबह 9 बजे से सक्ती से टुण्ड्री सड़क मार्ग पर चक्का जाम होने से ग्रामीणों राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क मार्ग पर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही