सक्ती शहर में नालंदा लाइब्रेरी एवं ऑडिटोरियम निर्माण की मांग करी क्षेत्र वासियों ने

जिला मुख्यालय होने के बावजूद इन सुविधाओं से वंचित हैं क्षेत्रवासी
सक्ती – सक्ती जिले के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ शासन से मांग की है की राजधानी रायपुर में जिस तरह से विद्यार्थियों के लिए नालंदा लाइब्रेरी की स्थापना कर नालंदा परिसर को विकसित किया गया है, वैसे ही सक्ती शहर में भी ऐसी ही एक बड़ी लाइब्रेरी की स्थापना हो, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए विद्यार्थी तैयारी कर सकें तथा पिछले दिनों छत्तीसगढ़ शासन के वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेश के अनेकों स्थानों पर नालंदा लाइब्रेरी की तरह ही लाइब्रेरी की स्थापना हेतु स्वीकृति दी है, किंतु इस स्वीकृति में सक्ती शहर का नाम गायब है,एवं सक्ती जिले के विद्यार्थियों का कहना है कि इस जिले के विभिन्न ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र से लगभग 15% विद्यार्थी रायपुर में जाकर अलग-अलग कोचिंग सेंटरों तथा शैक्षणिक संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करते हैं, तथा सक्ती शहर में भी ऐसी लाइब्रेरी की स्थापना होने से उन्हें जहां अपने क्षेत्र में ही यह सुविधा मिलेगी तो वहीं आर्थिक रूप से भी उन्हें बोझ नहीं पड़ेगा वहीं सक्ती शहर में आए दिन होने वाले छोटे-बड़े कार्यक्रमों के लिए सरकारी स्तर पर एक भी ऑडिटोरियम नहीं है,तथा सक्ती को जिले का दर्जा मिले 2 साल हो चुके है, किंतु आज स्थिति यह है कि यदि कोई भी कार्यक्रम हो तो उसके लिए टेंट लगवाना होता है एवं आर्थिक रूप से काफी व्यय होता है एवं शासन को चाहिए कि तत्काल रायपुर,बिलासपुर एवं प्रदेश के अन्य शहरों की तरह एक सुव्यवस्थित ऑडिटोरियम का निर्माण सक्ती शहर में भी करें जिससे आम जनता को इसकी सुविधा मिल सके।