तुर्री धाम में भव्य कलश यात्रा एवं भव्य गंगा आरती का आयोजन

सक्ती । प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के पावन बेला पर मां मौहारिन गोसाई दाई पब्लिक वेलफेयर ट्रस्ट किरारी बाराद्वार, तुरी धाम सेवा संस्थान पब्लिक वेलफेयर ट्रस्ट शिव मंदिर तुर्रीधाम सक्ति एवं गायत्री परिवार किरारी बाराद्वार की ओर से तुर्रीधाम धाम में भव्य कलश यात्रा एवं गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया है। यह तुर्रीधाम सक्ती से 7 किलोमीटर दूर और बाराद्वार से 9 किलोमीटर दूर पर स्थित है जहां भक्तों की ताता लगा होती है, विदित हो कि तुर्री धाम में भगवान भोलेनाथ का भव्य मंदिर है जहां बारोह महीने अपने आप भगवान शिव की शिवलिंग पर जलाभिषेक होते रहता है यह धाम इस क्षेत्र में ही नहीं बल्कि दूर दूर से तक बहुत ही प्रसिद्ध है यहां आकर भक्तों का मनोवांक्षित मनोकामनाएं पूर्ण होता है इसलिए यहां सावन के महीने में एवं महाशिवरात्रि पर अपार भीड़ लगा रहता है। इस मंदिर के इतिहास के बारे में बताया जाता है कि तुर्री के गांव में एक ग्वाला को भोले बाबा जी स्वपन दिए कि मैं साक्षात इस गांव में वास करूँगा यह बात ग्वाला ने सक्ती राजमहल में राजा साहब को बताया उसके बाद वहां राजा के द्वारा मंदिर निर्माण किया गया यह मंदिर वास्तव में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्राम भुरसीडीह के उत्तरवाहिनी नदी को दर्शाता है इस उत्तर वाहिनि नदी को जलार्पण कर विशेष लाभ का फल मिलता है। प्रतिवर्ष यहां सुबह 4 बजे सक्ती के राजा पुजारी ग्रामवासियों के द्वारा विधिवत पूजा पाठ कर एवम गंगा आरती के बाद सभी शिवभक्तों के लिए दरवाजा खोल दिया जाता है यह जानकारी शिवमंदिर के महामंडलेश्वर डॉ राघवेंद्र राठौर ने दी है।