सक्ती

सक्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान

डेढ़ करोड़ की लागत वाले सरकारी भवनों,पसरो को भी तोड़ा प्रशासन ने

सक्ती ‌। छत्तीसगढ़ के 33 वे राजस्व जिले सक्ती के अस्तित्व में आने के बाद लोगों को एक बार फिर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का सामना करना पड़ा, 24 फरवरी को सक्ती जिला प्रशासन ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शहर के बुधवारी बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्रवाई प्रारंभ की, इस कार्रवाई में जहां सक्ती जिले की आईएएस कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना के निर्देशन में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती पंकज दाहिरे ,तहसीलदार सक्ती मनमोहन प्रताप सिंह, मुख्य नगरपालिका अधिकारी सौरभ कुमार तिवारी एवं नायब तहसीलदार शिवकुमार डनसेना सहित जिला पुलिस एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा नगर पालिका एवं तहसील का अमला जुटा रहा,वहीं करीब 167 परिवारों को पूर्व में अतिक्रमण संबंधित नोटिस दिया गया था तथा लगभग लोगों ने अपने अतिक्रमण हटा लिए थे, तथा 24 फरवरी को सुबह से ही प्रशासन की कार्रवाई प्रारंभ हुई जिसमें जेसीबी, डंपर एवं अन्य वाहनों से अतिक्रमण को हटाया गया तथा प्रशासन द्वारा अपने सरकारी निर्माणों को पहले हटाया गया
जिसमें नगर पालिका सक्ती द्वारा विगत वर्ष- 2004 में निर्माणाधीन करीब 72 लाख की लागत वाले हाट बाजार योजना के पसरो को जहां तोड़ा गया तो वहीं शहर के बुधवारी बाजार में आईडीएसएमटी योजना अंतर्गत नगर पालिका द्वारा वर्ष- 2005 में निर्मित संत गुरुनानक देव शॉपिंग कामपलेक्स को भी तोड़ा गया तथा प्रशासन का मानना था कि ये सभी भवन एवं पसरे लगभग जर्जर हो रहे थे, जिसे देखते हुए प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है, वहीं 24 फरवरी को सक्ती में जब प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ की कार्रवाई की गई तो लोगों को 28 दिसंबर 2012 को तत्कालीन एसडीएम आईएएस कार्तिकेय गोयल के अतिक्रमण हटाओ अभियान की याद आई जब शहर में 28 दिसंबर से 31 दिसंबर 2012 तक वृहद रूप से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था जिसमें सैकड़ों की संख्या में अतिक्रमण हटाए गए थे
वहीं जिला प्रशासन का मानना है कि अब सक्ती जिला बन चुका है एवं जिले के अनुसार शहर की व्यवस्था बनाने एवं सड़कों को चौड़ीकरण की सोच से यह कार्रवाई की गई है, तथा बुधवारी बाजार क्षेत्र में विगत कई वर्षों से सौन्दर्यीकरण एवं व्यवस्थित कार्ययोजना की कमी महसूस की जा रही थी, जिसके लिए पूर्व में कई बार प्रयास हुए थे किंतु राशि के आभाव में यह कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया था वही अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान जिला प्रशासन एवं पुलिस की सजगता से शांतिपूर्ण ढंग से यह कार्रवाई प्रारंभ हुई तथा लोगों में नाराजगी एवं आक्रोश जरूर देखा गया, किंतु आम जनता प्रशासन की इस कार्रवाई के आगे नतमस्तक थी।