सक्ती

सक्ती राजा की जनाधिकार पदयात्रा चौथे दिन पहुंची पतेरापाली खुर्द से जगदल्ला

सक्ती राजा की जनाधिकार पदयात्रा चौथे दिन पहुंची पतेरापाली खुर्द से जगदल्ला kshititech

सक्ती ‌। राजा धर्मेंद्र सिंह एंव पंडित देवेन्द्रनाथ अग्निहोत्री की जनाधिकार पदयात्रा का चतुर्थ दिवस पतेरापालीखुर्द कंचनपुर, बगबुड़वा, डोड़की, टोहिलाडीह ,जाजंग, बैलाचुंआ, जगदल्ला होते हुए जगदल्ली पहुंची। जहां रात्रि विश्राम करेंगे पदयात्री ग्राम पतेरापाली मे जनपद सदस्य गायत्री सिदार के नेतृत्व में महिलाओं ने श्रीफल भेंट कर फूल माला से स्वागत किया एंव भारी संख्या में एकत्रित हो कर पदयात्रा में शामिल हुए । साथ ही गांव के सरपंच उपसरपंच पंचगण आदि उपस्थित रहे ।जहां राजा धर्मेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा मैं गरीब घर मे पैदा हुआ पर मेरे पिता राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने विधिवत मुझे गोद लेकर राज्याभिषेक कर सक्ती का राजा बनाया ।
राज्याभिषेक मे आप सभी आशीर्वाद देने उपस्थित थे, जिसके बाद विश्व आदिवासी सम्मेलन का कार्यक्रम बासीन तुर्री में रखा गया जिसमें क्षेत्र के हजारों लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । जनता के मेरे प्रति स्नेह को देख कर कुछ राजनीतिक लोगों को जलन होने लगा उनकी कुर्सी हिलने लगी इसलिए मुझे झूठे केस में फंसाने का प्रयास किया पर मेरे साथ आप सभी का आशीर्वाद था जो मैं आप सभी के समक्ष उपस्थित हो पा रहा हूं और मै विरोधियों को कहना चाहता हूं कि मैं रुकने वाला नहीं हूं ।
अब मैं क्षेत्र की जनता के बीच रहने उनके साथ चलने गांव गांव आ रहा हूं ताकि मैं अपने क्षेत्र की मुख्य समस्याओ से अवगत होकर उसका निराकरण करने के लिए पहल कर सकूं । राजा सक्ती ने आगे कहा कि मै आपके विश्वास को बरकरार रखुंगा झूठे वादे नहीं करुंगा की आपके सभी समस्याओं का हल हो जायेगा पर जो भी समस्या है उसके लिए आपके साथ सदैव खड़ा होकर आपके हक के लिए लडुंगा आपकी आवाज बनुंगा ये वादा है ।
इसी तारतम्य में पंडित देवेन्द्रनाथ अग्निहोत्री ने कहा की क्षेत्र में एक नई क्रांति उठ चुकी है यह पदयात्रा जनता और महल के रिश्ते को मजबूती प्रदान कर रही है क्योंकि सक्ती विधानसभा क्षेत्र में जनता का अधिकार जनता को मिल नही पा रहा है छोटी छोटी समस्याओं का निराकरण भी नहीं हो पा रहा है इसलिए सक्ती राजा अपने क्षेत्र को पैदल चलकर गांव गांव तक पहुंच रहे हैं जो दबाव क्षेत्र के अधिकारियों के ऊपर होना चाहिए वो नहीं है ।

पंडित देवेंद्र नाथ अग्निहोत्री ने कहा कि यह दबाव पुनः होना चाहिए क्षेत्र की जनता का काम होना चाहिए क्षेत्र की जनता ने मुझे जो स्नेह दिया मुझे मंडी अध्यक्ष बनाया था मैं कभी भूला नहीं मेरे घर का दरवाजा हमेशा खुला है मेरे क्षेत्रवासियों के लिए वो कभी भी मुझसे या राजा साहब से संपर्क कर सकते है आपका यह स्नेह हमेशा मुझे और हमारे नए राजा धर्मेंद्र सिंह को भी मिले और जनता की प्रमुख समस्याओं का निराकरण हो यही हमारा प्रयास है ।
पदयात्रा में इंद्रजीत श्रीवास, विक्रम सिदार सरपंच पतेरापाली ,उपसरपंच हिर्देश्वरी जगत , शारदा चौहान, संतोषी सिदार ,धरमसिंह सिदार, जय कुमार चौहान, बसंत गबेल ,योगेन्द्र गबेल ,मोती सिंह गबेल, धनीराम पटेल, साधराम सिदार उप सरपंच होरी लाल गबेल सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।