सक्ती

परमेश्वरी पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों को वृक्षारोपण एवं उसके संरक्षण के प्रति किया जागरूक

परमेश्वरी पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों को वृक्षारोपण एवं उसके संरक्षण के प्रति किया जागरूक kshititech

सक्ती ‌। शहर के नारायण सागर रोड में स्थित प्रतिष्ठित परमेश्वरी देवी शिक्षण समिति द्वारा संचालित विद्यालय परमेश्वरी पब्लिक स्कूल सक्ति में समिति सचिव कृष्ण कुमार देवांगन एवं संस्था प्रमुख एम विकास देवांगन की उपस्थिति में 10 अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस के अवसर पर माँ के नाम एक वृक्ष के उद्देश्य से विद्यालय प्रांगण में वृक्ष लगा कर ग्रीन डे-वृक्षारोपण मनाया गया।

इस अवसर पर विद्यालय परिवार के समस्त छात्र/छात्राओं को वृक्षारोपण की कला सिखाई गई एवं वृक्षारोपण के फायदे बताए गए, साथ ही सभी छात्र/छात्राओं को अपने आसपास खाली जगह में कम से कम एक फलदार एवं छायादार एक वृक्ष लगाने एवं उसका संरक्षण करने के लिए प्रेरित किया गया। विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम जैसे कक्षा नर्सरी से कक्षा 5 वीं के छात्र-छात्राओं के मध्य विभिन्न विषय पर चित्रकारी प्रतियोगिता, आर्ट एंड क्राफ्ट का प्रतियोगिता, कक्षा छठवीं से दसवीं के छात्र छात्राओं के मध्य अलग-अलग विषय पर निबंध प्रतियोगिता, पर्यावरण संरक्षण का महत्व एवं वृक्षा रोपण के लाभ एवं महत्व, वाद विवाद प्रतियोगिता, विभिन्न विषयों पर प्रोजेक्ट वर्क प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं छात्र/छात्राओं के द्वारा लाये गए विभिन्न प्रकार के पौधों को विद्यालय परिसर में लगाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका तारा देवांगन ने विद्यालय के छात्र/छात्राओं को वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए कहा कि हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। पेड़ों के द्वारा हमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है और जितनी भी कार्बन डॉइऑक्साइड होती है। वह पेड़-पौधे अवशोषित कर लेते हैं, जिसकी वजह से हम स्वच्छ वातावरण में रहते हैं, हमें शुद्ध हवा मिलती है और जितने अधिक से अधिक पेड़ लगाया जाये उतना ही हमें शुद्ध वातावरण मिलेगा। पेड़ पौधों सभी प्रकार की विशैली गैसों को अवशोषित कर लेता है। शिक्षिका शारदा नामदेव ने छात्र/छात्राओं को बताया किजितने अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे वह बड़े होकर फलते फुलते हैं। उसके पश्चात यह सुंदर वनों में बदल जाते हैं, जिसकी वजह से चारों तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है, पेड़ों के जितने भी भाग होते हैं, वह सभी काम में आते हैं। चाहे वह पत्ते हो, फूल हो या जड़ सभी से कुछ ना कुछ हमें लाभ मिलता है, कई पेड़ पौधों से तो अनेक प्रकार की औषधियां बनाई जाती है। जिनसे अनेक प्रकार की बीमारियां तक दूर हो जाती हैए हम सभी को जीवन काल में कम से कम वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करते रहना चाहिए। शिक्षिका पूनम तिवारी ने वृक्षारोपण से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए तथा अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाना बहुत ज़रूरी है। पेड़-पौधों के माध्यम से प्रकृति सभी प्राणियों पर अनंत उपकार करती है। पेड़-पौधे हमें छाया प्रदान करते हैं। फल-फूलों की प्राप्ति भी हमें पेड़-पौधों से ही होती है। पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है, जो हमें जीवित रखने के लिए बहुत आवश्यक है। कई पेड़-पौधों की छाल औषधि बनाने के भी काम आती है। इनकी लकड़ियों से फर्नीचर बनाए जाते हैं। पेड़ों से हमें कागज़ की भी प्राप्ति होती है। पेड़-पौधों की सूखी पत्तियों से खाद भी बनती है। पेड़-पौधे हमारे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखते हैं, अतः हमें पेड़-पौधे नहीं काटने चाहिए। आज हम अपने लालच के लिए पेड़-पौधे काटकर अपने पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुँचा रहे हैं। इससे पक्षियों के घर उजड़ रहे हैं तथा वातावरण भी दूषित हो रहा है। वृक्ष काटने से ही बाढ़, भूमि-स्खलन आदि होते हैं। इसीलिए वृक्षारोपण करना आवश्यक है। हम सभी को जीवन काल में कम से एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करते चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त शिक्षक/शिक्षिकाएं निकहत खान, दीक्षा देवांगन, गरिमा यादव, लक्ष्मी प्रधान, तारा देवांगन, हितेष यादव, संदीप देवांगन, शारदा नामदेव, लक्ष्मी देवांगन, उषा देवांगन, विनीता निषाद, भुनेश्वरी बरेठ, स्वेक्षा रावत, गौरव यादव, प्रीति यादव, वाणी देवांगन, युक्ति देवांगन, कुसुम देवांगन, चंचल यादव, दिपाली कसेरा, राधिका देवांगन, कुंती भार्गव, अनसुइया पटेल, ज्योति गवेल, विजय केंवट, पूनम तिवारी, सूरज सोनी, दीपक वैष्णव, प्रियंका यादव, रामेश्वरी सोनी, सन्नी उरांव, करन यादव, कुन्तला यादव एवं कर्मचारी रमा विश्वकर्मा, मंजू यादव और विनोदनी सोनी का विशेष योगदान रहा।