घनश्याम वाटिका में विश्व श्रम निषेध दिवस पर न्यायाधीश हुए शामिल


सक्ती – घनश्याम वाटिका ऑफिसर्स कॉलोनी सक्ती में आज विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इन पलों में जिला एथलेटिक संघ के द्वारा संचालित प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षार्थी बच्चों को प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा ममता भोजवानी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमती गंगा पटेल न्यायिक मजिस्ट्रेट दिव्या गोयल, उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बाल श्रम निषेध कानून की जानकारी देते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना किया।
न्यायाधीश डा ममता भोजवानी ने अपने आशीर्वचन उद्बोधन में बच्चों को पूरे लगन के साथ परिश्रम करते हुए खेल के साथ शिक्षा के क्षेत्र में सफलता अर्जित करने के लिए प्रेरित किया तो वहीं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमती गंगा पटेल ने बच्चों के साथ उपस्थित लोगों से १४ साल से कम उम्र के बच्चों को किसी भी श्रम के कार्य से दूर रख कर उन्हें पढ़ाई_ लिखाई पर जोर देने का आग्रह किया।
न्यायिक मजिस्ट्रेट दिव्या गोयल बाल श्रम निषेध कानून की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को किसी भी प्रकार से श्रमिक का कार्य लिया जाना अपराध है जिससे समाज को बचाना चाहिए।
उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि आज बाल श्रम दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि देश के भविष्य इन नन्हें बच्चों को अल्प आयु में श्रम अथवा मजदूरी के कार्य में धकेलने के बजाय उनके प्रतिभा को पहचान कर उसे निखारने का काम करें तो देश के सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।
कार्यक्रम के शुरुवात में जिला एथलेटिक संघ के सचिव एन पी गोपाल ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का अतिथियों से परिचय कराते हुए एथलेटिक संघ के गतिविधियों की जानकारी दी गई। साथ ही बच्चों ने अपने प्रतिभाओं के प्रदर्शन से अभ्यागतों का मन मोह लिया। साथ ही अभ्यागतो का स्नेक प्लांट भेंट कर सम्मानित किया गया।
आज विश्व श्रम दिवस पर घनश्याम वाटिका में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में विधिक सेवा समिति के विकास कुंभकार, उमा वर्मा, मनीष साहू, अधिवक्ता रथराम पटेल, उदय मधुकर की सक्रिय सहभागिता रही।