छत्तीसगढ़ के कथावाचक संत कवि पवन दीवान व श्री गुरूजी के आशीर्वाद से अल्प आयु से कथावचन का मिला सौभाग्य – कामता प्रसाद शरण

छत्तीसगढ़ अशासकीय विद्यालय प्रबंधक कल्याण संघ ने प्रदेश अध्यक्ष चितरंजय पटेल के अगुवाई में आडिल में कथा श्रवण के साथ कामता शरण को कार्यक्रम का दिया न्यौता
सक्ती । छत्तीसगढ़ के कथावाचक एवं संत कवि पवन दीवान के आश्रम में रहकर श्रीगुरूजी के चरणों में अल्प आयु से सान्निध्य मिला और आज छत्तीसगढ़ में आप सबके बीच भगवान की कथा कह रहा हूं, यह बात छत्तीसगढ़ी के प्रसिद्ध कथाकार कामता प्रसाद शरण ने आज ग्राम आड़िल में छत्तीसगढ़ अशासकीय विद्यालय प्रबंधक कल्याण संघ से विशेष भेंट के दरमियान कहीं ।
ग्राम ऑडिल की पावन धरा में आयोजित पांच दिवसीय रामकथा के चतुर्थ दिवस पर छत्तीसगढ़ अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चितरंजय पटेल की अगुवाई में अशासकीय विद्यालय संचालक दुलीचंद साहू, सरोज दास महंत पुष्पेंद्र कुमार राठौर, विनोद साहू एवं मीडिया के साथी योम लहरे आज छत्तीसगढ़ी कथाकार कामता प्रसाद की रामकथा श्रवण करने पहुंचे । इस दौरान खास मुलाकात में उन्हें राज्य की छत्तीसगढ़ी भाषा में कथा करने के लिए बधाई देते हुए उन्हें राज्य का गौरव बताया।
ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के निवासी कामता प्रसाद लगातार संत स्वर्गीय पवन दीवान एवं अपने गुरु के आशीर्वाद से विशुद्ध छत्तीसगढ़ी में अपने विशेष अंदाज में प्रभु कथा सुनाने के लिए प्रसिद्ध है जो छत्तीसगढ़ी समाज के लिए गौरव का विषय है आज उन्होंने बताया कि ईश्वरीय कृपा से हर दिन छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्थानों पर भगवान की कथा अपनी मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में कर रहे हैं तथा उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के भाई बहनों का अनवरत प्रेम व स्नेह मिल रहा है जो गुरुजनों के आशीर्वाद व आप सभी प्रेमी जनों का प्यार है। आज संघ की ओर से इस दरमियान उनसे सक्ती अंचल में कथा के लिए समय देने आग्रह पर उन्होंने बताया कि अप्रैल माह तक विभिन्न स्थानों पर कथा की बुकिंग हो चुकी है फलस्वरूप मई माह में आप सबके बीच उन्हें आने का सौभाग्य मिल सकता है। उल्लेखनीय है कि संत कवि पवन दीवान को आदर्श मानने वाले छत्तीसगढ़ी भाषा में कामता प्रसाद शरण की प्रभु कथा आज छत्तीसगढ़ के विभिन्न कोनों में लगातार प्रसिद्धि प्राप्त कर रही है जो हम सब छत्तीसगढ़ के बंधुओं के लिए गौरव का विषय है।