युक्तियुक्तकरण से एकल शिक्षकीय शाला नन्दौरकलॉ में शिक्षको की समुचित व्यवस्था से लौटेगी रौनक

सक्ती – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर प्रदेश सहित जिलों में शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए युक्तियुक्तकरण किया गया है। जिले में युक्तियुक्तकरण के पूर्व एकल शिक्षकीय प्राथमिक शाला 128 थे। जिसमें सभी शासकीय प्राथमिक शाला में समुचित शिक्षकों की व्यवस्था कर दिया गया है। इसी क्रम में सक्ती जिले के एकल शिक्षकीय विद्यालय नन्दौर कलॉ में नए शिक्षक मिल जाने से यहां के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई नही होगी और परिणाम भी अच्छा आ सकेगा। स्कूल में शिक्षक की समुचित व्यवस्था से छात्रों को विद्यालय में पढ़ाई करने में किसी प्रकार का कोई असुविधा उत्पन्न नहीं होगी। युक्तियुक्तकरण से पालकों में नया विश्वास जगा है और वे पुनः अपने बच्चों का नामांकन स्थानीय शाला में कराने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। शिक्षकों की उपलब्धता से न केवल पढ़ाई के स्तर पर सुधार होगा बल्कि विद्यार्थियों, अभिभावकों और ग्रामीणों में भी हर्ष का वातावरण व्याप्त होगा। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के सफल क्रियान्वयन से यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर और प्रतिबद्ध है। इस प्रकार सभी को समान शिक्षा की सुलभता हेतु राज्य सरकार द्वारा की गई ऐतिहासिक पहल से एकल शिक्षकीय शालाओं की रौनक लौट आई है।