सक्ती

ऋषभ तीर्थ में भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ के प्रांतीय बैठक आयोजित

भागवत प्रवाह के सदस्य ही मेरी पूंजी है…आचार्य राजेंद्र महाराज, अध्यक्ष

सक्ती – भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ के प्रांतीय कार्य समिति की बैठक अध्यात्मिक वातावरण में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस गरिमामय बैठक में सर्व प्रथम दीप प्रज्वलित करते हुए देव पूजन व बांके बिहारी की आराधना की गई। तत्पश्चात संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष आचार्य राजेंद्र शर्मा ने भागवत प्रवाह के सदस्यों को ही अपने जीवन की पूंजी बताते हुए कहा कि आप हम सब मिलकर समाज सेवा के कार्यों को अंजाम दें। भागवत प्रवाह के प्रांतीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए संरक्षक अधिवक्ता चितरंजय सिंह पटेल ने सदस्यों का अभिनंदन करते हुए संस्थान के उद्देश्य को अमलीजामा पहनाने जुट जाने का आग्रह करते हुए कहा कि अकाल मृत्यु के शिकार सभी मृतात्माओं के मोक्ष के लिए लिए सामूहिक भागवत कथा का आयोजन भागवत प्रवाह की ओर से किए जाने का आग्रह किया जिसका सभी ने मुक्त कंठ से सराहना करते हुए सक्ती नगर में आगामी लोकसभा उपरांत जून माह में भागवत कथा आयोजित करने पर सहमति बनी। सचिव एच एल जायसवाल ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि भागवत प्रवाह केवल भागवत कथा तक सीमित न रहकर सामाजिक सरोकार के कार्यों को बखूबी अंजाम दे रही है।
समारोह में परमेश्वर राठौर, दीनदयाल गबेल, दिलेश्वर चंद्रा, शिव कुमार देवांगन, प्रसिद्ध गायक संतोष महंत आदि पदाधिकारियों के साथ नारी शक्तियों में श्रीमती भगवती जायसवाल, कोमल जायसवाल, श्रीमती मीना सोनी, श्रीमती करुणा शर्मा, उषा श्रीवास आदि उपस्थित रह कर अपने अपने विचार व्यक्त किए।
आज संयोजक आचार्य देवकृष्ण का वर्चुअल उद्बोधन हुआ तथा समापन पर भागवत प्रवाह के अध्यक्ष स्वर्गीय लक्ष्मण चंद्रा को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
तत्पश्चात भोजन ग्रहण के उपरांत सभी ने पवित्र तीर्थ स्थल एवम् पर्यटन केंद्र ऋषभ तीर्थ दमऊधारा मंदिर व झरना का भ्रमण कर नयनाभिराम दृश्य के साथ कुछ स्मरणीय पल गुजारे। आज सभी बंधुओं का तिलक चंदन से पंडित राजेश शर्मा ने आत्मीय स्वागत किया गया।