परोजन उत्सव एवं महामंगलपाठ आयोजन हुआ नारायणी सती दादी मंदिर चांपा में

जांजगीर चांपा । ऐरण अग्रवाल चांपा परिवार द्वारा दादी राणी सती एवं कुल की देवी भीमेश्वरी बेरी वाली के आशीर्वाद व पितरों के पुण्य प्रताप से हमारे घर परिवार में खुशियों का खजाना एक साथ दादी पाठ एवं परोजन बच्चों के नाक कान छेदने का कार्यक्रम दादी रानी सती मंदिर चांपा में संपन्न हुआ। रोशन लाल अग्रवाल जगदीश प्रसाद राजकुमार पवन विजय संजय अजय पंकज दीपक सत्यम शिवम हिमांशु प्रियांशु गायत्री देवी कमला देवी राजरानी पुष्पा रेनू रेखा बबीता कविता मधु एकता खुशबू एवं समस्त बरपाली चौक ऐरन परिवार द्वारा शानदार भव्य मंगलपाठ ने महामंगलपाठ का रूप ले लिया मास पूर्णिमांत मार्ग शीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी 06 दिसंबर 2024 को चांपा लक्षनपुर स्थित श्री नारायणी सती दादी मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ ऐरन परिवार द्वारा दादी जी का मंगलपाठ हुआ. परोजन समारोह के शुभ अवसर पर पाठ वाचक अभिषेक अग्रवाल खरसिया ने अपनी सामधुर वाणी से दादी भजन करके भक्तों को भाव – विभोर कर दिया। भीमेश्वरी बेरी वाली का आशीर्वाद तथा पितरों के पूर्णिय से रीति-रिवाजों से स्थल पर नाक तथा रक्षा आभूषण हेतु कर्ण वेध संस्कार बाद परोजन बच्चों के नाक कान छेदने का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
धार्मिक आस्था रखने वाले रोशन लाल अग्रवाल एवं शशि भूषण सोनी ने बताया की हम सदियों से अपने रीति-रिवाजों को मानते आ रहें हैं इन रीति- रिवाज में संस्कारों की अहम भूमिका है, जिस बालक का मुंडन हो जाता है उसका कान नाक छेदना भी एक संस्कार है, शारीरिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बालिका के दोनों कान छेदे जाते हैं छेदने के बाद सोने या फिर अन्य धातु के कुंडल पहनायें जाते हैं कान की नस का अंडकोष की नस के साथ सीधा संबंध है इससे पुरुष की नपुंसक्ता तथा महिलाओं की बंधत्य भी दूर हो जाता है ऐरन परिवार के दूर दराज से निमंत्रण पर पहुंचे आगतुक अतिथियों ने रानी सती दादी जी का दर्शन पूजन कर दादी रसोई ग्रहण किया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा महा आरती कर दादी रसोई का प्रसाद प्राप्त किया। इस दौरान नारायणी राणी सती दादी मंदिर में विद्युत झालरों एवं फूलों से सुसज्जित किया ऐरन परिवार ने अगतुक अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया।