सक्ती

माँ अष्टभुजी की पावन नगरी अड़भार में नव निर्मित भव्य श्री शनिदेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न

सक्ती –   माँ अष्टभुजी की पावन नगरी अड़भार में नव निर्मित भव्य श्री शनिदेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न 24 मई शनिवार विधि विधान से संपन्न हुआ। शाम 4 बजे नवनिर्मित शनिदेव मंदिर से बाजे गाजे व कर्मा नृत्य के साथ कलश यात्रा निकाली गई।मुख्य अभ्यागत पूर्व विधायक निर्मल सिन्हा, जिला पंचायत सक्ती उपाध्यक्ष कमल किशोर पटेल,जनपद पंचायत मालखरौदा अध्यक्ष कविशरण वर्मा,नगर पंचायत अड़भार अध्यक्ष कृष्णा रात्रे ने अचार्यों पंडित भरत लाल शास्त्री, पं.महेश्वर प्रसाद पांडेय, पं.सनत कुमार दुबे,पं.दुर्गा प्रसाद पांडेय, पं.संतोष कुमार पांडेय, पं.रोशन लाल पांडेय, पं. राजेश कुमार उपाध्याय मुख्य पुजारी चितेश्वर गिरी गोस्वामी का माल्यार्पण से स्वागत कर धर्म ध्वजा दिखा कर कलश यात्रा को रवाना किया गया,जिसमें मुख्य यजमान भरत गायत्री जलतारे के साथ नगर एवं अन्य गांवों से आई मातृ शक्तियों ने सैकड़ों की संख्या में भाग लिया।सुसज्जित रथ पर आचार्यों को बिठाकर धूमधाम के साथ नगर भ्रमण करते हुए नगर के देव स्थल दाऊ साहब से चुलमाटी खोदकर माँ अष्टभुजी मंदिर, श्रीराम मंदिर में पूजा अर्चना पश्चात प्रसिद्ध देव् तालाब भारनी से जल भरकर बरम बाबा महराज, माता समलेश्वरी,नेवता धोबिन दाई की पूजा अर्चना करते हुए शनि देव मंदिर लौटे।तत्पश्चात घट स्थापना, मंदिर विवाह के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।कलश यात्रा में अन्य विशिष्ट अभ्यागत पूर्व मंडी अध्यक्ष श्रीमती रश्मि नारायण गबेल,जिला पंचायत सदस्य मालखरौदा श्रीमती पूर्णिमा चंद्रप्रकाश खूंटे,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि एकलव्य चन्द्रा,अधिवक्ता पुरुषोत्तम साहू ,भूपेंद्र यादव,सहित मंदिर समिति के सदस्यों नवधा लाल मौरे,लकेश्वर श्याम,विकास चौबे,रमेश देवांगन, विकास तिवारी,भूपाल पटेल,पोखर कर्ष,पालू साहू,रामेश्वर साहू,रोशन नामदेव,शेखर सिदार, बुद्धेश्वर शर्मा,सत्या देवांगन,मनोज सिदार,जगत सिदार, सत्येन्द्र मौरे,यादव जलतारे,मिलेन्द्र पांडेय, नंद लाल साहू,राजेश नामदेव,दिनेश जायसवाल, रामधन कटकवार,श्यामलाल यादव, रामेश्वर नेताम,लकी साहू,मधुसूदन पटेल,राजेन्द्र जलतारे,रामफल जलतारे,महेन्द्र बरेठ,ईश्वर जलतारे, पदुम कर्ष,अजय साहू,रोहित सिदार,देवानंद जायसवाल, सूर्यकांत विश्वकर्मा,लक्ष्मी यादव पार्षद, गुलशन साहू,सूरज महंत,देवेन्द्र पटेल,राकेश मौरे,छवि राठौर,सुकलु जलतारे,संतोष सिदार,किरण सिदार कुसुम यादव,केवड़ा सिदार,सुभाषिनी भगत,मीना पटेल,कोमलेश्वरी साहू,सविता रात्रे,,संतोषी द्विवेदी,सहित सैकड़ों की संख्या में लोग कलश यात्रा शामिल हुए। भव्य कलश यात्रा के पश्चात मंदिर विवाह,घट स्थापना के साथ शनिदेव जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई एवं कलश यात्रा में शामिल लोगों ने रात्रि में भंडारा प्रसाद ग्रहण किया।26 मई सोमवार को सुबह 8 बजे मंदिर परिसर में निर्मित मंदिरों में हनुमानजी,श्रीगणेश जी,शंकर पार्वती की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी व भंडारा होगा।चार दिवसीय शनि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान कार्यक्रम में 27 मई को शनिदेव जयंती के पावन अवसर पर प्रातः 8 बजे से शनि पाठ व संगीतमय सुंदर कांड का आयोजन होगा एवं पूरे दिनभर भोजन व प्रसाद का महाभण्डारा होगा।
विदित हो कि अड़भार में सार्वजनिक सहभागिता से निर्मित शनिदेव मंदिर की कलाकृति,भव्यता व आकर्षकता को देखकर अंचल के लोगों का मानना है कि धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक नगरी में 6 वीं शताब्दी की 126 देवी देवता,126 तालाब के लिए प्रसिद्ध अड़भार नगर में नवनिर्मित शनिदेव मंदिर सौ किलोमीटर के अंदर कहीं भी ऐसा शनि देव मंदिर नहीं है।उड़िया कलाकृति से निर्मित मंदिर में 5 फुट ऊंचाई और 5 क्विंटल वजनी ग्रेनाइट की मूर्ति की स्थापना की गई है।वहीं मंदिर के ठीक सामने शनि शिगनापुर के तर्ज पर शनि शिला के चबूतरे में भव्य हूबहू आर्च निर्माण किया गया है।मंदिर परिसर में ही शिवलिंग, हनुमानजी का मन्दिर निर्माण किया गया है।नगर एवं आसपास के गांवों में भारी उत्साह और उल्लास का वातावरण बना हुआ है।लोग शनि देव का दर्शन करने व मंदिर की भव्यता और कलाकृतियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं।