परेशान उपभोक्ताओ का फूटा गुस्सा पूर्व मंत्री नोवेल कुमार वर्मा के साथ उपभोक्ता पहुंचे कार्यालय

सक्ती – शहर में इन दिनों बिजली व्यवस्था चरमरा गई है जिससे उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । शहर समेत पूरे जिले में बिजली कटौती की मार झेल रही जनता का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। घंटों-घंटों बिजली बंद रहने से तंग आ चुके उपभोक्ता बड़ी संख्या में ई.ई. कार्यालय पहुंच गए और जिम्मेदार अधिकारियों को घेर लिया। जहां सक्ती जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों के सहायक यंत्रियों से जब उपभोक्ताओं ने बात की, तो अधिकारियों ने सारी जिम्मेदारी बारिश पर डाल दी। उनका कहना था कि बारिश से इंसुलेटर टूट जाते हैं, जिससे सप्लाई बार-बार बाधित हो रही है। यह कहकर जिम्मेदार बचते नजर आए। बिजली की अघोषित कटौती कब होगा ठीक कोई ठोस जवाब नहीं
उपभोक्ताओं ने सवाल किया कि हर साल गर्मी में बिजली लाइन मेंटेन के नाम पर अघोषित कटौती की जाती है वहीं बारिश आती है तब भी बिजली की अघोषित कटौती जारी रहता है , विभाग के पास इसकी तैयारियां क्यों नहीं होतीं ? विभाग के पास न तो कोई ठोस जवाब था, न ही समाधान की स्पष्ट समयसीमा।
बिजली कटौती से जनजीवन अस्त-व्यस्त
लोगों ने बताया कि घंटों की कटौती से बच्चों की पढ़ाई, बुजुर्गों की तबीयत और व्यवसाय सब पर बुरा असर पड़ा है। बिजली न होने से मोबाइल चार्ज तक नहीं हो पा रहे। उपभोक्ताओं की मांग तुरंत सुधारी जाए व्यवस्था
गुस्साए उपभोक्ताओं ने फाल्ट को जल्द ठीक कर 24 घंटे सुचारु बिजली आपूर्ति की मांग की और चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। नोवेल कुमार वर्मा पूर्व मंत्री लगातार बिजली कटौती से पूरा जिला परेशान है और यही कारण है की आज विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री के कार्यालय पहुंचे थे जहां सहायक अभियंताओं से भेंट हुई है उनका कहना है की जल्द ही विद्युत व्यवस्था को सुचारू किया जाएगा, उन्होंने कहा की अगर इसी तरह बिजली कटौती होती रही तो आगे उग्र आंदोलन करेंगे।