सक्ती

नए एवं उन्नत कृषि के तरीकों से किसानों को हो रहा है फायदा

सक्ती।‌ परंपरागत खेती से परे बदलते जलवायु अनुसार नई व उन्नत कृषि को अपनाकर किसान अच्छी मुकाम हासिल कर सकता है यह बात साबित कर दिखाया है ग्राम बंदोरा के किसान पिलऊ पटेल जिसने अपने पूर्वजों के धान की खेती को त्याग विगत चार सालों से स्वीट कार्न याने भुट्टे खेती कर रहे हैं।


आज उनके खेत में ही उनसे भेंट पर उनके द्वारा बताया गया कि करीब 15 एकड़ में सिर्फ भुट्टे की खेती कर साल में तीन फसल लेते है और लाखों रुपए का मुनाफा ले रहे हैं । उनका मानना है कि बदलते मौसम व पानी की कमी को देखते हुए लगातार धान की खेती कर पाना अब संभव नहीं है फलस्वरुप विगत कई वर्षों से भुट्टे की फसल के साथ साग सब्जी की फसल लेते हैं और छत्तीसगढ़ से भुनेश्वर (उड़ीसा) तक बाजार में अनवरत आपूर्ति बनाए रखे है । सरल सहज पिलऊ पटेल के खेती का अंदाज वर्तमान समय में आम किसानों के लिए खेती की नई राह साबित हो सकता है।