आईपीएल सट्टे को रोकने में पुलिस नाकाम बड़े पैमाने पर चल रहा है सट्टा का कारोबार 1 माह से सट्टा खिलाने वाले मस्त पुलिस सुस्त

सक्ती । पुलिस द्वारा छोटे-छोटे सटोरियों पर कार्यवाही कर अब सट्टे खिलाने वाले बड़े बुकीयों तक पुलिस का हाथ नहीं पहुंच रहा है कार्रवाई करने पर छूट रहे हैं पसीने सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सटोरियों का कहना अब नहीं जाना पड़ेगा हमें गोवा ,उड़ीसा , दिल्ली और मुंबई अब खिलाएंगे शक्ति में सट्टा हमें अब कोई नहीं है रोकने वाला अब हमारा पुलिस के साथ बना सामंजस्य खाना पूर्ति कर पुलिस ने अपनी कार्यवाही कर हमें दिया अभय दान नगर में चर्चा का विषय बना है कि आखिर बड़े सटोरिया तक कब पहुंचेगी पुलिस केवल छोटे पर कार्रवाई कर अपनी वावाही लूटने में लगी है क्या बड़े सटोरिए को पकड़ने में कांप रहे हैं पुलिस के हाथ नगरवासीयों का कहना चौके छक्के पर लगते हैं लाखों के दांव शनिवार और रविवार को दो पारी में जमकर चलता है जिसमें करोड़ों रुपए के लागतें हैं दांव अब सट्टा देखना होगा कि क्या पुलिस इन सटोरियों तक पहुंच पाएगी पुलिस द्वारा छोटे सटोरियों पर की गई कार्यवाही को लेकर नगर में चर्चा नगर वासी खानापूर्ति मान रहे हैं, क्योंकि अब तक सट्टे के कई बडे़ सट्टा खिलाने वाले बुकी पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।”
प्रदेश के गृह मंत्री व उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा द्वारा पुलिस क्राइम मीटिंग में कहा गया था कि छत्तीसगढ़ में सट्टा का कारोबार पूरी तरह बंद होना चाहिए जिस जगह सट्टा खेलने या खिलाने की शिकायत प्राप्त होगी वहां के पुलिस विभाग पर कार्रवाई की जाएगी परंतु उनके इस बैठक और पुलिस को दिए आदेश का असर सक्ती में नहीं दिख रहा है कुछ दिन पहले वार्ड क्रमांक 10 का पार्षद एवं प्रियांशु अग्रवाल से मिले आईडी एवं उनके मोबाइल पर किन-किन लोगों के द्वारा संपर्क कर सट्टा खिलाया जा रहा था और किस बुकी के द्वारा प्रियांशु अग्रवाल को आईडी दी गई थी इसकी जांच का पुलिस अब तक खुलासा नहीं कर रही है दोनों की सूक्ष्म जांच होगी तो कई बड़े सट्टा खिलाने वाले बुकिं पुलिस के गिरफ्त में होंगे परंतु पुलिस इनके मोबाइलों का जांच क्यों नहीं कर रही है यह सवालिया निशान है विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सटोरिया कह रहे हैं अब हमें गोवा, मुंबई, उड़ीसा, रायपुर में बैठकर सट्टा नहीं खिलाना पड़ेगा अब शक्ति सहित आसपास के गांव में बैठकर सट्टा खिलाएंगे हमारी समस्या का समाधान हो गया है आखिर इन सटोरियों का ऐसा क्या समाधान हो गया है यह समझ से परे है आईपीएल सट्टा आरंभ होते ही कई सटोरीयों के द्वारा रोजी में रखकर आईडी सिस्टम देकर सट्टा खिलाया जा रहा है पुलिस ऐसे लोगों के मोबाइल को ट्रेस क्यों नहीं कर रही है इससे प्रतीत होता है सिस्टम पूरी तरह इस काले धंधे में शामिल है, यही वजह है गली-गली में सट्टे का काला कारोबार चल रहा है सट्टे के चलते कई घर
तबाह हो रहे हैं कुछ सटोरिया। भाड़े में नौकर रखकर आईडी सिस्टम देकर अलग-अलग जगह पर अपने नौकरों को बैठका कर सट्टा खिला रहे हैं सक्ती शहर की गली-गली में सट्टे का काला कारोबार हो रहा है। सट्टा माफियों की जड़ें बहुत गहरी हैं। नगर में चर्चा का विषय बना है कि बड़े सटोरियों को बचाने के लिए पुलिस खाना पूर्ति करते हुए छोटे-छोटे तपके के सटोरियों को पड़कर बड़े सटोरियों के ऊपर अपनी मेहरबानी बनाकर उन्हें अभय दान दिया जा रहा है जिसके चलते नगर में सट्टा माफिया फल-फूल रहें है,