पीएम-विश्वकर्मा योजना पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन

सक्ती – भारत सरकार द्वारा पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को सहायता के लिये प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लागू की गई है। जिसके तहत भारत सरकार सूक्ष्म लद्यु एवं मघ्यम उद्यम मंत्रालय सूक्ष्म लद्यु एवं मध्यम उद्यम-विकास कार्यालय, रायपुर द्वारा विगत दिवस कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में सूक्ष्म लद्यु एवं मघ्यम उद्यम-विकास कार्यालय रायपुर के सहायक निदेशक श्री दामोदर बेहरा, अतिरिक्त कलेक्टर श्री बीरेन्द्र कुमार लकड़ा, परियोजना निदेशक, जिला ब्यापार एवं उद्योग केन्द्र सक्ती, मार्गदर्शी बैक (लीड बैक ), प्राचार्य आई टी आई -सक्ती के प्रतिनिधि, रोजगार अधिकारी के प्रतिनिधि, जिलापंचायत सदस्य श्रीमती विद्या सिदार आदि के द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
एक दिवसीय कार्यशाला में श्री दमोदर बेहरा सहायक निदेशक सूक्ष्म लद्यु एवं मध्यम उद्यम – विकास कार्यालय रायपुर द्वारा अवगत कराया गया कि हितग्राहियो का पंजीयन समीपस्थ सी एस सी सेंटर से निशुल्क कराया जाना है। पंजीयन उपरांत हितग्राहियों के पात्रता आदि पर प्रथम चरण परीक्षण स्थानीय निकायों के माध्यम से किया जाना है। द्वितीय परीक्षण कलेक्टर द्वारा महाप्रबंधक जिला ब्यापार एवं उद्योग केन्द्र के माध्यम से किया जाना एवं तृतीय परीक्षण सूक्ष्म लद्यु एवं मघ्यम उद्यम-विकास कार्यालय रायपुर द्वारा किया जाकर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कार्ड एवं पहचान पत्र का वितरण किया जाना है। कार्ड वितरण उपरांत 05 दिवसीय प्रशिक्षण एवं टूल कीट वितरण के संबध में विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया।
इसी प्रकार कार्यशाला में श्रीमती विद्या सिदार, जिला पंचायत सदस्य ने हितग्राहियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोच के साथ आत्मनिर्भर बनने के लिये प्रेरित किया तथा विश्वकर्मा शब्द की ब्याख्या की। अतिरक्ति कलेक्टर बीरेन्द्र कुमार लकड़ा द्वारा उपस्थित हितग्राहियों को योजना का लाभ लेते हुये अपना ब्यवसाय को बडे स्तर से करने हेतु उत्साहित किया जिससे लोगो को रोजगार मिले तथा जीवोकोपार्जन्न हो सके। लीड बैक मैनेजर लुगुन ने लोन सम्वधी पात्रता, सोसल सेक्युरिटी, के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बैक से प्राप्त ऋण का किसी अन्य प्रयोजन हेतु उपयोग नही करने की सलाह हितग्राहियो को प्रदान किया। नोडल अधिकारी, जिला ब्यापार एवं उद्योग केन्द्र रात्रे के द्वारा योजनांतर्गत द्वितीय परीक्षण अंतर्गत हितग्राहियों के चयन एवं आगामी परीक्षण हेतु हितग्राहियो के अनुसंशा के संबध में जिला स्तरीय समिति की भूमिका से अवगत कराया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के संबंध में विषय विशेषज्ञों द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया, जिसमे कई शिल्पकार और कारीगर शामिल होकर लाभान्वित हुए। योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों की पहचान विश्वकर्मा के रूप में करके उन्हें सभी लाभ प्राप्त करने के योग्य बनाना, विश्वकर्माओं को उपलब्ध कौशल उन्नयन कार्यक्रम से जोड़कर उनका कौशल विकास करना, उनकी योग्यता, क्षमता और उत्पादकता बढ़ाने के लिये आधुनिक औजार प्रदान करना, समपार्श्विक मुक्त ऋण प्रदान करना तथा उन्नति के लिये विभिन्न बाजारों से जोड़ना है।
इस योजना में 18 प्रकार के व्यापार करने वाले यथा बढ़ई, नाव बनाने वाले, अस्त्रकार, लोहार, लोहे के औजार निर्माता, तालासाज, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार-संगतराश, चर्मकार, राजमिस्त्री, टोकरी-चटाई बनाने वाले, गुडिया खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी तथा मछली पकड़ने के जाल निर्माता लाभार्थी हो सकते है। पीएम-विश्वकर्मा योजना के तहत पंजीकरण की तिथि पर न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए, लाभार्थियों को स्वरोजगार / व्यवसाय विकास योजना के तहत अंतिम पांच वर्ष में राज्य या केन्द्र सरकार की किसी भी योजना अंतर्गत ऋण लिया हुआ नहीं होना चाहिए। योजना का पंजीकरण और लाभ परिवार के एक सदस्य तक ही सीमित होगा तथा सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति एवं उसके परिवार के सदस्य पात्र नहीं होगे। पंजीकरण हेतु आवेदन लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से पीएम-विश्वकर्मा योजना पोर्टल/मोबाईल ऐप पर किये जा सकते हैं।