सक्ती

किसानों को उच्च गुणवत्ता बीज तथा खाद का कराए वितरण – कलेक्टर

जिले में 18752.00 मीट्रिक टन उर्वरक का भंडारण, किसानों को 13785.00 मीट्रिक टन उर्वरक का कियागया वितरण

सक्ती –  कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी  अमृत विकास तोपनो के निर्देशानुसार समय सीमा के बैठक में कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, जिला विपणन अधिकारी सक्ती के खरीफ वर्ष 2025 हेतु किसानों को समय-सीमा के भीतर बीज व खाद उच्चगुणवत्ता युक्त उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये तथा जिले में खाद की कालाबाजारी अधिक दर पर विक्रय न हो उसके लिये बीज, उर्वरक निरीक्षकों को सतत निगरानी करने हेतु तथा नमूना लेकर के प्रयोगशाला को प्रेषित करने के निर्देश दिये गये। ताकि किसानों को उच्च गुणवत्तायुक्त बीज व खाद सही समय पर उपलब्ध हो सके। इसी अनुक्रम में उप संचालक कृषि शशांक शिंदे के निर्देशन पर विकासखण्डों में बीज, उर्वरक निरीक्षकों द्वारा सतत विकासखण्डों में संचालित सहकारी व निजी विक्रेताओं से आज की स्थिति में बीज के कुल 107 नमूना प्रयोगशाला को प्रेषित किया जा चुका है। जिसमें से 07 नमूना अमानक स्तर का पाया गया है कि तत्काल विक्रय प्रतिबंध लगाया गया है। इसी क्रम में जिले से खाद का कुल 52 नमूना लिया जाकर प्रयोगशाला को प्रेषित किया गया था। जिसमें 01 नमूना अमानक स्तर का पाया गया है। जिसके विरुद्ध तत्काल विक्रय से प्रतिबंध लगाया गया है। कलेक्टर द्वारा जिले में खाद एवं खरीफ बीजों के भण्डारण एवं वितरण की जानकारी ली। उप संचालक कृषि द्वारा अवगत कराया गया कि जिले अंतर्गत खरीफ बीज एवं खाद का पर्याप्त भण्डारण तथा किसानों को वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के 95 सहकारी समितियों में युरिया, डीएपी एसएसपी. एमओपी, एवं एनपीके का 18752.00 में टन उर्वरक का भण्डारण किया गया है। जिसमें 13785.00 में टन उर्वरक किसानों को वितरित किया जा चुका है। इसीप्रकार जिले के 95 सहकारी समितियों में 23718.30 क्विटल खरीफ बीज भण्डारण किया गया था। जिसमें 23068.50 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा डीएपी के विकल्प के रूप में नैनो युरिया तथा युरिया व सूपर फास्फेट को निर्धारित मात्रा में मिश्रित कर उपयोग में लाने की सलाह दी जा रही है। जिले के 95 सहकारी समितियों में डीएपी के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया व नैनो डीएपी का भण्डारण जल्द ही किया जायेगा।