विज्ञान शिक्षकों की एक दिवसीय कार्यशाला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोरथा में हुई संपन्न

शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विज्ञान शिक्षकों ने कार्यशाला में भाग लिया

सक्ती – राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली एवम छत्तीसगढ़ विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर के तत्वावधान में जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के अक्टूबर में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय आयोजन के पूर्व विज्ञान शिक्षकों की एक दिवसीय कार्यशाला शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय ,पोरथा में संपन्न हुआ जिसमें शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विज्ञान शिक्षकों ने भाग लिया उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि क्रान्तिकुमार भारती महाविद्यालय , जेठा(सक्ती) की सहायक प्राध्यापक (वनस्पति शास्त्र) श्रीमती ऋतु पटेल एवं विशिष्ट अतिथि कृष्ण कुमार पटेल (राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत विज्ञान शिक्षक) जवाहर नवोदय विद्यालय ,चिसदा कार्यक्रम की अध्यक्षता मनीष आदित्य प्राचार्य शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय ,पोरथा थे । कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया तत्पश्चात व्याख्याता छबि राठौर जिला समन्वयक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस सक्ती ने गतिविधियों प्रकाश डाला , मुख्य कथानक स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना है तथा उपकथानक अपने पारिस्थितिकी तंत्र को समझाना , स्वास्थ्य पोषण और कल्याण को प्रोत्साहन देना , पारिस्थितिक स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और तंत्र और सांस्कृतिक प्रथाएं आत्मनिर्भरता के लिए पारिस्थितिक तंत्र आधारित दृष्टिकोण , पारिस्थितिक तंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार है । इन उपकथनाकों पर कार्यशाला आयोजित हुई ,स्कूली बच्चों के द्वारा बनाए जाने वाले प्रोजेक्ट को प्रदर्शित करने के लिए विज्ञान शिक्षको के लिये एक सुव्यवथित कार्यक्रम रखा गया जिसमे ज़िले से 50 विज्ञान शिक्षकों ने भाग लिया । राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक छबि राठौर ने बताया कि बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों को नेशनल स्तर का एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिसमें बच्चें अपने आसपास के किसी विशेष आम समस्या पर कार्य करते हुए टीम बनाकर लोगो को जागरुक करने एवं समस्या समाधान हेतु सुझाव भी देते है साथ ही स्वयं बच्चों के द्वारा डेटा कलेक्शन कर अपने रिसर्च पेपर प्रोजेक्ट के रूप में प्रस्तुत करते है इस बार राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य थीम है स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना जिसके अंतर्गत पाँच सब थीम है जिसके अंतर्गत बालवैज्ञानिक अपना प्रोजेक्ट तैयार करेंगे । उक्त प्रायोजना संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदाय करने एवं बच्चों को गुणवत्ता युक्त प्रोजेक्ट बनाने हेतु प्रेरित किया । संस्था के प्राचार्य मनीष आदित्य जी कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विज्ञान मंच से शिक्षकों अधिक से अधिक प्रयोग कर विज्ञान के सिद्धांतों को सिखाने के लिये शिक्षको को प्रेरक उद्बोधन दिये। । विशिष्ट अतिथि ऋतू पटेल सहायक प्राध्यापक (वनस्पति शास्त्र ) ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के मुख्य थीम स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना है विषय पर रिपोर्ट फ़ाइल ,लाग बुक,चार्ट पेपर ,संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदाय करने एवं मार्गदर्शक शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त प्रोजेक्ट बनवाने हेतु प्रेरित किया । संस्था के व्याख्याता मनोज साहू ने प्रथम थीम अपने पारितंत्र को जाने विषय पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत कर , प्रभावी प्रस्तुतीकरण एवम मूल्यांकन मापदंडों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी दिए । नवोदय विद्यालय चिसदा के राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत विज्ञान शिक्षक कृष्ण कुमार पटेल ने विज्ञान के छोटे छोटे प्रयोजना पर कार्य करने के लिए शिक्षकों का मार्गदर्शन किये ,उनका कहना है कि आज हम जहां रहते वहॉं कुछ न कुछ समस्याएं रहती है उन्ही समस्याओं पहचान कर ,उनका समाधान ढूढ़ते हुए उन विषयों पर प्रयोजना बनाने के लिए कहा । ज़िला शिक्षा अधिकारी,सक्ती बी एल खरे जी ने इस कार्यशाला में में शामिल होने आये सभी मार्गदर्शक शिक्षक को बधाई दिए । कार्यक्रम में पंजीयन का कार्य नर्मदा पटेल एवं व्याख्याता लीना पटेल ने सभी शिक्षकों का पंजीयन कर ,पंजीयन किट सामग्री प्रदान किये तथा शिक्षक मनोज चौहान ने कार्यक्रम में तकनीक सहयोग दिए , कार्यशाला में जिला स्तरीय आयोजन हेतु पंजीयन की अंतिम तिथि 10 अंगस्त 2023 है । पंजीकृत संस्था को ही अक्टूबर में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय आयोजन में शामिल किया जाएगा कार्यशाला में विज्ञान शिक्षकों को राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का प्रपत्र पंजीयन फॉर्म , संभावित परियोजना की सूची वितरित किए गए । कार्यशाला के समापन सत्र में संस्था के प्राचार्य ने आभार प्रदर्शन कर सभी मार्गदर्शक शिक्षको को धन्यवाद प्रेषित किये ।