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सक्ती जिले की दंत चिकित्सा में जुड़ा नया अध्याय, छत्तीसगढ की पहली चेयर लगी आशुतोष डेंटल क्लिनिक में

सक्ती – सक्ती जिले की दंत चिकित्सा में एक नया अध्याय जुड़ गया है. जिले के सुप्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉ आशुतोष जायसवाल ने अपने क्लिनिक आशुतोष डेंटल क्लिनिक पीला महल के सामने विश्व की नंबर वन और छत्तीसगढ़ की पहली इंप्लांट सिस्टम एंड चेयर स्थापित की है. यह जिले में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में मरीजों की उच्चस्तरीय जांच और इलाज के लिए बेहतरीन कदम है. विदित हो कि यह सिस्टम(चेयर) साउथ कोरिया से इम्पोर्ट की गई है. कुशल इंजीनियरों ने इसे इंस्टाल किया है. सक्ती जिले के दंत रोग से जुझ रहे मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा मिलने जा रही है. उक्त चेयर के छत्तीसगढ़ हेड विपिन शर्मा ने बताया कि यह सिस्टम इंप्लांट के लिए पूरे विश्व में पहले नंबर पर है. यह मरीजों की सुविधा के लिए एक बेहतरीन चेयर है. यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यह इंप्लांट चेयर छत्तीसगढ़ की पहली चेयर है और इसे लगाने का अवसर सक्ती के सुप्रसिद्ध दंत रोग विशेषज्ञ डॉ आशुतोष जायसवाल की क्लिनिक आशुतोष डेंटल क्लिनिक में लगाने का अवसर मिला निश्चित रूप से क्षेत्र के दांत रोग से पीड़ितों को उच्चस्तरीय चिकित्सा अब सक्ती शहर में ही मिलने जा रही है. स्टेट हेड विपिन शर्मा ने बताया कि यह सिस्टम भारत में नहीं बनती इसे कोरिया से मंगाया जाता है। यह सुपर तरीके से कार्य करती है। डाक्टर और मरीजों के लिए यह उपयोगी है। एलईडी लाइट लगी है, कंट्रोल अच्छा है इसका मरीजों को लाभ मिलता है। छत्तीसगढ़ का पहला इंस्टॉल यहां किया गया है। इसके पाइप और ट्यूब अपने से ही साफ होते हैं और बैक्टीरिया रहित होते हैं. आस्ट्रिम इम्प्लांट वर्ल्ड में नंबर वन हैं। इस चेयर को बेस्ट चेयर एंड डिजाईन का अवार्ड भी मिल चुका है। इसकी क्वालिटी उच्च क्षमता की है। आप जानते हैं कि कई बार जटिल आपरेशन होते है इस चेयर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है आरामदायक है। मरीजों को बहुत तरीके से इसके लाभ मिलते हैं।डॉ. आशुतोष जायसवाल ने बताया कि सक्ती में दंत रोगों के बेहतर इलाज में हमने एक कदम बढ़ाया है। सक्ती के दांत रोगों में अब हमें बड़े शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। हम सक्ती जिले में ही दांतो की बेहतरीन चिकित्सा का लाभ मरीजों को दे पाएंगे। इलाज करते हुए चेयर में पेशेंट एजुकेशन में भी इसका लाभ मिलता है। मूवमेंट ऐसा दिया गया है कि ब्लड का फ्लों सर की ओर रहता है जिससे चक्कर आने की समस्या मरीजों को बिलकुल भी नहीं होगी।अपने मित्रवत व्यवहार के लिए जाने पहचाने जाने वाले डॉ. आशुतोष जायसवाल लगातार समाज सेवा के माध्यम से शिविर भी करते हैं और ऐसे जरूरतमंद लोगों को भी उपचार देतें हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या फिर दांतों के इलाज करा पाने में अक्षम हैं। लगातार आदिवासी बेल्ट में उन्होनें अपनी सेवा देकर अपनी समाजसेवा से परिचय कराया है। उनके द्वारा वनांचल क्षेत्र में कई शिविर कर जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क इलाज कर दवाईयों का वितरण भी किया है। अब आशुतोष डेंटल क्लिनिक में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में एक अच्छी सुविधा का विस्तार हो गया है। यह सक्ती के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशुतोष जायसवाल ने बताया कि अब तक उनके द्वारा 140 इंप्लांट सफलता पूर्वक किया जा चुका है. यह सक्ती के लिए अपने आप ने गौरव की बात है. डॉ आशुतोष जायसवाल की ओर से नवनिर्मित सक्ती जिले को इम्प्लॉन्ट सिस्टम महाशिवरात्रि के दिन समर्पित किया गया है. दांतों का इम्प्लांट एक कृत्रिम दांत होता है जिसे जबडे  में सर्जरी करके लगाया जाता है. यह खोए हुए दांत को बदलने का एक लोकप्रिय तरीका है. इम्प्लांट की मदद से चबाने की क्षमता और मुंह की दिखावट को बेहतर किया जा सकता है. इम्प्लांट की मदद से चबाना आसान हो जाता है. इम्प्लांट की मदद से मुंह की संरचना और मुस्कान को बनाए रखा जा सकता है. इम्प्लांट की मदद से बचे हुए दांतों को अपनी जगह पर बनाए रखा जा सकता है. इम्प्लांट की मदद से क्राउन, ब्रिज, या डेन्चर जैसे कृत्रिम दांतों को सहारा मिलता है।