यातायात विभाग का वाहन चेकिंग अभियान ट्रैफिक पुलिस के लिए बना कमाई का जरिया, यातायात नियमों के नाम पर सक्ती जिले में जमकर की जा रही अवैध वसूली

सक्ती – प्रदेश में यातायात सुरक्षा सप्ताह के दौरान जहां एक ओर कई जगहों पर यातायात पुलिस वाहन चालकों को फूल भेंट करते हुए यातायात नियमों को लेकर अच्छी मिशाल पेश कर रही है, वहीं दूसरी ओर सक्ती जिले में ट्रैफिक पुलिस द्वारा कथित रूप से वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों से अवैध वसूली कर उन्हें परेशान किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शहर के अग्रसेन चौक में यातायात प्रभारी कमल किशोर महतो द्वारा आज दुपहिया वाहन चालक से दबेपांव अवैध वसूली किए जाने की खबर से शहरवासियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज शहर के अग्रसेन चौक पर यातायात प्रभारी कमल किशोर द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान एक दुपहिया वाहन को रोककर उससे वैध दस्तावेज मांगे गए और तीन सवारी होने की बात कहकर वाहन को खड़ा करा लिया गया। जब इस संबंध में दुपहिया वाहन चालक ने वाहन छोड़े जाने और जुर्माना भरने की बात कही तो भी यातायात प्रभारी कमल किशोर महतो अपनी बात पर अड़िग नजर आए। जब थक-हारकर, परेशान होकर दुपहिया वाहन चालक ने शहर केे वरिष्ठ पत्रकार, श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष व वरिष्ठ समाजसेवी श्यामसुंदर अग्रवाल से मदद मांगी, लेकिन यातायात प्रभारी श्री महतो ने श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल की बातों को भी दरकिनार कर दिया और जमकर बिफर उठे। जब श्यामसुंदर अग्रवाल ने यातायात प्रभारी से दुपहिया वाहन चालक को चालान काटकर छोड़े जाने की बात कही तो उन्होंने आरोपी दुपहिया वाहन पर बदतमीजी का आरोप मढ़ दिया और मामले को कोर्ट तक ले जाने और वाहन को कोर्ट से छुड़ाने तक की बात कह डाली, लेकिन सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक ‘जान पड़त है काक-पिक, ऋतु बसंत के माहिÓ की तर्ज पर मौका पाते ही यातायात प्रभारी ने जुर्माना के नाम रकम लेन-देन करके मामले को रफा-दफा कर दिया है।
अग्रसेन चौक पर दुपहिया वाहन चालकों से वसूली का मामला कोई नया नहीं है। इसके पूर्व भी जिले में इन दिनों यातायात विभाग द्वारा कथित रूप से चेकिंग के नाम जमकर वसूली किए जाने की जानकारी मिल रही है। एनएच में कंचनपुर के पास वाहनों की चेकिंग के नाम पर राखड़ की गाड़ियों और ट्रेलर चालकों से जमकर वसूली किए जाने की भी खबर है।
पीड़ितों ने मीडिया कर्मियों को बताया कि वैध दस्तावेज होने के बावजूद वाहन मालिकों व चालकों से जबरन पैसे वसूले जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि मौकास्थल पर एक साथ ट्रैफिक के कई जवान तैनात रहते हैं, जो गाड़ियों को देखते ही झपट पड़ते हैं। यातायात प्रभारी कमल किशोर महतो विगत तीन-चार वर्षों से सक्ती जिले में पदस्थ हैं, जिनकी अगुवाई में विभाग के कर्मचारी कार्रवाई की धौंस दिखाकर अवैध वसूली व दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक सक्ती जिले में यातायात विभाग का वाहन चेकिंग अभियान ट्रैफिक पुलिस के लिए कमाई का जरिया बन चुका है। वाहन के कागजात व लाइसेंस नहीं होने पर ट्रैफिक पुलिस चालकों से अवैध वसूली का कोई मौका नहीं छोड़ती। आउटर की सड़कों पर थानों की पुलिस के अलावा ट्रैफिक पुलिस अलग से अभियान चलाती है।