सक्ती

चखना सेंटर संचालक को किराया भरने के बाद भी नहीं मिल रही सुविधा, कलेक्टर व मुख्यमंत्री से की शिकायत

आबकारी अधिकारियों की प्रताड़ना, अवैध दुकानों से कारोबार प्रभावित

सक्ती, 16 जून 2025 ‌। जिले के खरसिया रोड पुरानी बस्ती निवासी अभिषेक जायसवाल ने वैध रूप से संचालित अपने देशी/विदेशी मदिरा अहाता (चखना सेंटर) को लेकर आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक विस्तृत शिकायती पत्र भेजते हुए बताया है कि उनके अहाते के पास अवैध दुकानें चल रही हैं, जिससे उनका व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

अभिषेक जायसवाल ने बताया कि वर्ष 2025-26 एवं 2026-27 के लिए उन्होंने शासन से वैध लाइसेंस लेकर अहाता संचालन के लिए अनुमति प्राप्त की है, जिसका नियमित रूप से ₹5,000 प्रतिदिन के हिसाब से किराया (भाड़ा) शासन को अदा कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें निर्धारित और अनुबंधित स्थान पर व्यवसाय संचालित करने की स्वतंत्रता नहीं दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कुल ₹1,00,000 तक की राशि उन्होंने शासन को पहले ही जमा कर दी है, फिर भी उन्हें अहाता संचालन के लिए स्थान पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है।

इसकी शिकायत वे पूर्व में भी आबकारी विभाग के अधिकारियों से कई बार कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई न होने से अब उन्होंने मुख्यमंत्री, आबकारी आयुक्त रायपुर, जिला आबकारी अधिकारी सक्ती और पुलिस अधीक्षक सक्ती को भी ज्ञापन की प्रतिलिपि भेजी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद अवैध दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि उल्टा वैध संचालन करने पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान तो हो ही रहा है, साथ ही मानसिक तनाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

उनका कहना है कि जब शासन को नियमित रूप से किराया और टैक्स दिया जा रहा है, तो वैध रूप से संचालित व्यवसाय को रोकना न केवल गलत है बल्कि नियमानुसार अन्याय भी है।

उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वैध अहाता संचालन हेतु उन्हें पूरा स्थान तत्काल उपलब्ध कराया जाए, अवैध दुकानों पर कार्रवाई हो और आबकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली की उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई की जाए।

यदि प्रशासन ने समय रहते इस विषय में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे न्याय के लिए आगे और बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।