सक्ती जिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में गढ रहा हैं नया आयाम

दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्र का ‘घूईचूआं उप स्वास्थ्य केंद्र‘ स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बन रहा मिसाल
सक्ती । दूरस्थ और पहुंच के दृष्टिकोण से दुर्गम क्षेत्रों में लोगों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधा महज एक कल्पना थी। पर छत्तीसगढ़ राज्य का सक्ती जिला स्वास्थ्य के क्षेत्र एक नया आयाम गाड़ रहा हैं। नव गठित जिला सक्ती के अंर्तगत सतत पहाड़ी श्रृंखला है जिसका विस्तार सक्ती जिले में ऋषभ तीर्थ से लेकर मसनिया कला तक है इन ऊंचे पहाड़ के नीचे बसे गांव ज्यादातर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, यहाँ ऊंची पहाड़ों के नीचे बस्तियां बसी हैं ऐसी ही बस्तियों से बना ग्राम घूईचूआं जो जिला सक्ती और जिला कोरबा के सीमा में आता है यहाँ उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्मित है। इस उप स्वास्थ्य केंद्र परआश्रित ग्राम जैसे, गुंजी+ख़र्रिपरा-60, बुढ़नपुर-423, जमचुवा-580 सलीहाभाठ+बासीनपाठ-469,
रैनखोल-425, नवागाँव-410 है जिनकी सम्मिलित जनसंख्या-3542 है इसमें आदिवासी परिवार की संख्या-2104 है। जिले के निर्माण पूर्व ये आबादी स्वास्थ्य सुविधाओ हेतु लबेध हेल्थ सेंटर जिला कोरबा पर निर्भर थे किंतु नवीन जिला सक्ती स्थापना उपरांत इस स्वास्थ्य केंद्र को उन्नीयित किया गया इस केंद्र में ज्योति रात्रे आर.एच.ओ गोमति कुंवर सी.एच.ओ प्रत्येक दिन चोबिसों घंटे केंद्र में तैनात रह कर आमजनों को स्वास्थ लाभ प्रदाय कर रही हैं। जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूरज सिंह राठौर ने बताया कि इस स्वास्थ्य केंद्र में अक्टूबर 2022 से अब तक कुल प्रसव-18, कुल टीकाकरण-38 एवं 9 कुपोषित बच्चों का सफल परीक्षण किया जा चुका है। जिला निर्माण के पहले इन क्षेत्र के आमजनों को कोरबा जिला स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर रहना पड़ता था। जिसके दूरी तकरीबन 10 किलोमीटर है नवगठित जिले में कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना के सर्व सक्ती अभियान से अब घुईचुआं हेल्थ सेंटर में ग्राम स्तर की समस्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। सक्ती कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने इस केंद्र का दो बार निरीक्षण किया है, साथ ही यूनिसेफ के राज्य प्रतिनिधि ने भी इस केंद्र में जाकर स्वास्थ्य सुविधाओं का अवलोकन किया है।