सक्ती

श्रीमती कमलेश जांगड़े ने जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष के बाद से आज सांसद का सफर अल्प समय में किया तय

तकदीर बुलंद,आत्म विश्वास लबालब तथा लक्ष्य प्राप्ति की प्रबल इच्छा शक्ति से सफलता के शिखर पर पहुंचना मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं है

सक्ती ‌। एक परिपक्व अनुभवी तथा बरसों से राजनीतिक पटल पर कांग्रेस की सत्ता और संगठन में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी डा शिव कुमार डहरिया को परास्त करने वाली भाजपा नेत्री कमलेश जांगडे ने गांव के सरपंच से संगठन में जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष के बाद आज सांसद का सफर अल्प समय में तय कर यह साबित कर दिया कि तकदीर बुलंद हो और आत्म विश्वास लबालब हो तथा लक्ष्य को पाने की इच्छा शक्ति प्रबल हो तो सफलता के शिखर पर पहुंचना मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं है…फिर मोदी है तो सब मुमकिन है ।
जांजगीर लोकसभा की नव निर्वाचित सांसद कमलेश जांगड़े के निजी जीवनी पर दृष्टिपात करें तो एक शासकीय कर्मचारी के सामान्य परिवार में पली बढ़ी कमलेश हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर एवम डी एड प्रशिक्षित हैं पर विवाह के बाद परिवार के राजनीतिक आब हवा ने उन्हें गांव का सरपंच बना दिया व इसी दरमियान आप भारतीय जनता पार्टी जैसे राष्ट्रवादी राजनीतिक दल के छत्रछाया में संगठन में लगातार सक्रिय रही फलस्वरूप संघ परिवार का सान्निध्य में गत चुनाव में संसद के दहलीज तक पहुंचने में कमलेश सहसा चूक सी गई थी पर उसने अपना लक्ष्य को नहीं भुला और अपने सौम्यता व मिलनसारिता से दबे पांव लक्ष्य को पाने पिछले पांच साल अनवरत प्रयासरत रहीं और आखिर उसकी मेहनत रंग लाई और छत्तीसगढ़ के जांजगीर लोकसभा के प्रत्याशी के रुप कमलेश के नाम की घोषणा के साथ ही उन्हें सांसद के रुप में ही लोग जानने समझने लगे क्योंकि विपरीत परिस्थिति में भी क्षेत्र की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पर विश्वास कर विजयी बनाया था तब तो इस बार देश में मोदी के चार सौ पार की बयार और भारतीय जनता पार्टी के लिए उर्वरा इस धरती में काग्रेसियों के बीच आपसी घमासान और पार्टी छोड़ अभियान चरम पर जारी था जो कमलेश के विजयश्री हासिल करने के पथ पर फूल बिछाते चले गए यद्यपि उनके स्वयं के समाज में उनको लेकर बहुत उत्साह नहीं नजर आया फिर भी इस बात को नजर अंदाज करें तो सारे राह आसान होते चला गया और आज जांजगीर लोकसभा के सांसद निर्वाचित हो गई हैं इन पलों में कमलेश को बहुत बधाई और शुभकामनाएं… कमलेश को जनता ने उसके बारे में बहुत कुछ न जानते हुए भी उसे आंखों का ताज और सरताज बनाया है इसलिए यदि ताउम्र राजनीतिक क्षितिज पर अपना मान सम्मान बरकरार रखना है तो कमलेश को जनता की अनदेखी नहीं करना चाहिए और खासकर, गुहाराम की राह तरफ मुड़कर भी न देखे क्योंकि यह लोकतंत्र है और जनता जनार्दन इस देश में भाग्य विधाता कहलाते हैं और इस क्षेत्र के लोगों ने कमलेश का राजनीतिक भाग्य लिखकर उसे ग्राम पंचायत मसानिया से देश की सबसे बड़ी पंचायत भारतीय संसद में अपनी आवाज बुलंद करने अपना सांसद बनाकर भेजा है उनके विश्वास को आघात न पहुंचे। साथ ही कमलेश से उम्मीद है वह लोगों के हितों की रक्षा के लिए आगाज बनकर उनके आशाओं को अंजाम तक पहुंचाए…इसी आशा और विश्वास के साथ  श्रीमती कमलेश को हाई कोर्ट अधिवक्ता चितरंजन पटेल ने भी बधाई एवम असीम शुभ कामनाएं‌ दी।