सक्ती

सीमांकन के लिए सात साल से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे किसान

फिर भी नही हुआ जमीन सीमांकन

तहसील कार्यालय जैजैपुर अंतर्गत बेलकर्री एवं जैजैपुर का मामला

तहसीलदार के आदेश का ठेंगा दिखा रहे राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी

जैजैपुर । तहसील कार्यालय जैजैपुर अंतर्गत ग्राम बेलकर्री और जैजैपुर का भूमि के सीमांकन नहीं होने के कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक-दो नहीं बल्कि 7 साल से किसान सीमांकन के आवेदन कर रहे हैं, लेकिन राजस्व अमला सीमांकन नहीं कर रहा है। कलेक्टर के पास सालों से सीमांकन नहीं होने के कई मामले पहुंचे हुए थे। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेकर 15 दिन का समय दिया था।


जानकारी के मुताबिक जिले में ऐसे किसानों की संख्या सौ से ज्यादा है, जिनके सीमांकन नहीं हो रहे हैं। खास बात यह है कि ऐसे किसान दो-चार माह से परेशान नहीं हैं, बल्कि सालों से हैं। जैजैपुर के महिला सुनीता साहू ने बताया कि उन्होंने सीमांकन के लिए विधिवत्‌ आवेदन किया है, लेकिन बीते 7 साल से जैजैपुर में खसरा 5252/2 रकबा 0.07 एकड़ एवं बेलकर्री में खसरा 283/7 रकबा 0.05 एकड़ भूमि का सीमांकन नहीं हो रहा है। तहसीलदार के आदेश के बाद भी सीमांकन नहीं हो पा रहा है। इस प्रकार की समस्या किसी एक किसान की नहीं, बल्कि कई किसानों की हैं। जिला मुख्यालय के आसपास के किसान तो जनसुनवाई में आकर कलेक्टर को समस्या बता भी रहे हैं, लेकिन दुरस्थ के किसान तहसील मुख्यालयों और पटवारी के चक्कर काट रहे हैं।

सात सालों में नही हो सकी सीमांकन

जैजैपुर तहसील के जैजैपुर की एक महिला सीमांकन के लिए सात साल से चक्कर काट रही है। बार-बार आवेदन देने के बाद भी सीमांकन नहीं हो रहा है। महिला के मुताबिक रिकार्ड में उसके पास 0.07 एक़ड जमीन है, लेकिन वास्तविकता में आज पर्यन्त तक अपने जमीन को सीमांकन नही होने के कारण कब्जा भी नही कर पाये है ‌।

राजस्व विभाग के कारनामो से किसान परेशान

सीमांकन का आवेदन देने के बाद भी सीमांकन नहीं होने से नाराजगी है जमीन का सीमांकन हो जाए तो बाउंड्रीवाल या बागुड़ की जाएगी। सीमांकन होने से अपने जमीन की पहचान हो जाएगा और कब्जा भी कर लिया जाएगा

सीमांकन में देरी क्यों जवाब नही

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक सीमांकन देरी के कुछ प्रमुख कारण रहते हैं। जिसमें विवादित सीमांकन प्रमुख हैं। बताया जाता है कि राजस्व अमला भी विवादित सीमांकनों को टालते रहते हैं, जिससे समय पर सीमांकन नहीं हो पाता है। कुछ किसानों का आरोप रहता है कि उन लोगों का सीमांकन नहीं होता जो पैसे नहीं देते। हालांकि राजस्व अधिकारी ऐसे आरोपों को नकारते हैं। इसके अलावा सीमांकन होने के बाद भी दोनों पक्ष संतुष्ट नहीं होते है। ऐसे में सीमांकन नहीं हो पाते हैं।

जिस किसानों से मोटी रकम उनके तुंरत सीमांकन

विशेष सूत्रों से जानकारी के अनुसार जिस किसानों ने मोटी रकम का ऑफर देते है या नगद तुरंत देते है ऐसे किसानों की जमीन का सीमांकन जल्दी हो जाता है लेकिन जूस किसानों से राशि की उम्मीद नही उँन्हे सालों साल तक घुमाया जा रहा है

जैजैपुर राजस्व विभाग लगातार सुर्खियों में

आपको बता दे कि इस समय जैजैपुर तहसील कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों लगातार सुर्खियों में है चाहे शासकीय जमीन की हेराफेरी हो या जमीन बटाकन या भाई भाई की पर्ची अलग करने की या सीमांकन की मामला या बेजाकब्जा की प्रकरण हो लगातार सालों से से लंबित बना हुआ है इसी कारण किसान मानसिक रूप से लगातार परेशान है ।


किसानों को सीमांकन के लिए बार-बार चक्कर काटना पड़ रहा है, यह अच्छी बात नहीं है। राजस्व निरीक्षक को आदेश कर दिया हु सीमांकन हो जाएगा
लक्ष्मीकांत कोरी
तहसीलदार जैजैपुर

बहुत जल्दी तुंहर जमीन के
सीमांकन कर देबो साहब मोर रहत ल का चिंता करत ह
रेशमलाल चन्द्रा
प्रभारी राजस्व निरीक्षक
जैजैपुर

राजस्व निरीक्षक सीमांकन की समय देंगे तो मुझे साथ मे जाकर सीमांकन करने में कोई परेशानी नही है ।
प्रमोद यादव
पटवारी
जैजैपुर

मेरे द्वारा पिछले सत्र 2016 -17 से मतलब सात सालों से सीमांकन की आवेदन लगा रही हु और तहसीलदार तो आदेश कर देते है लेकिन आज पर्यन्त तक मेरी जमीन की सीमांकन नही हुई और लगातार आर आई और तहसीलदार आश्वासन देते है लेकिन मेरे जमीन की सीमांकन नही हुई ।

श्रीमती सुनीता साहू
जैजैपुर