सक्ती

तेज आंधी तूफान और बारिश भी कुछ देर थमा 102 वीं महाआरती के लिये

सक्ती‌। प्रत्येक मंगलवार की तरह अप्रैल महीने के अंतिम मंगलवार दिनाँक 29 तारीख को 102 महाआरती पंडित श्री राधेश्याम शर्मा  के सानिध्य में की गई । मंगलवार की शाम 5 बजे से प्रकृति के द्वारा तेज हवा तूफान का माहौल बना हुआ था बीच बीच मे फुहार भी चल रही थी , श्री सिद्ध हनुमान मंदिर के सभी सदस्य हनुमान जी से प्रार्थना कर रहे थे कि मौसम शान्त हो जाये और मन ही मन इसके विकल्प योजना भी बन रहा था कि मौसम सही नही हुआ तो आज की आरती मंदिर के अंदर करवाना पड़ेगा। आरती के लिए समय हो गया एका एक मौसम शान्त हो गया हवा तूफान फुहार थम गया अतिथि पंडित राधेश्याम शर्मा अपने पुत्र रिंकू शर्मा के साथ हनुमान गेट पहुँचे जहाँ हनुमान मंदिर परिवार के सभी सदस्य पहले से इंतजार में खड़े थे सभी ने महराज जी स्वागत किया गया फिर कार्यक्रम की रूप रेखा पहले के ही तरह पुजारी जी ने तिलक कर चुन्नी भेट किये एवं तेज आंधी तूफान और बारिश भी कुछ देर थमी हुई थी 102 महाआरती के लिये, रिंकू महाराज को तिलक कर मोती की माला से स्वागत किया गया, पट बन्द कर हनुमान जी का दिव्य श्रृंगार, दिव्य दर्शन, गणेश वंदना, पंच दीप गणेश आरती, 51 दीपो से सजी महाआरती प्रज्वलित एवं पंडित राधेश्याम शर्मा के द्वारा प्रथम महाआरती किया गया फिर पुत्र रिंकू शर्मा उसके बाद सभी भक्तो के द्वारा महाआरती किया गया, सामुहिक हनुमान चालीसा का पाठ, महराज जी को गर्भ गृह से दर्शन, हनुमान जी की छाया छवि भेट, आशीर्वचन के बाद मंदिर परिवार के सभी सदस्यों के साथ अतिथि पंडित राधेश्याम शर्मा एवं रिंकू शर्मा  के साथ सामूहिक फोटो सूट होती ही पुनः बारिश चालू हो गयी।