सक्ती

ब्रम्हाकुमारीज ने बाल व्यक्तित्व विकास शिविर में बच्चों एवम मां_बाप के साथ मनाया परिवार दिवस

सक्ती ‌। जिस परिवार में मां बाप हंसते हैं उसी परिवार में भगवान बस्ते हैं, यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित निशुल्क बाल व्यक्तित्व विकास शिविर में अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बच्चों एवम उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि संस्कार के अभाव में परिवार टूट रहे हैं इन परिस्थितियों में ब्रम्हाकुमारिज बहनें परिवार को राजयोग के माध्यम से संस्कारित कर रही है जो समाज के लिए अनुकरणीय है।
आज बाल व्यक्तित्व विकास शिविर में नैतिक शिक्षा प्रदान करते हुए केंद्र संचालक तुलसी बहन ने बताया कि हम सभी आत्मा परमपिता परमात्मा की संतान होने के नाते ईश्वरीय परिवार के सदस्य है जो सबसे बड़ा परिवार है। इसलिए हम सभी को परिवार की खुशहाली हेतु हमेशा आपस में प्यार एवम् सहयोग करना चाहिए जिससे सारा जहान खुशहाली से भरा रहेगा। शिविर की प्रशिक्षिका शांति सिंह ने बताया कि चतुर्थ दिवस पर नैतिक शिक्षा के साथ वेस्ट से बेस्ट टास्क के साथ बच्चों ने घर में व्यर्थ पड़े कचरे से पेन स्टैंड, गुलदस्ता, खिलौना आदि अलग अलग चीजें बनाई जिसे अभिभावक देखकर खुश हुए। अंतराष्ट्रीय परिवार दिवस कार्यक्रम का सफल संचालन ब्रह्माकुमारी बहन मधु ने किया तो इन पलों में बिटिया रोशनी का ईश्वरीय परिवार में केक काट कर सभी बच्चों ने जन्मदिन मनाया।
आज के अंतराष्ट्रीय परिवार दिवस के पलों में ब्रह्माकुमारी बहन शकुंतला, सरस्वती, कांति के साथ राजेश, नरेश, राजा, प्रेम शंकर,विमल भाई के साथ अभिभावकगण और राम अवतार साहू, एवं योम लहरे की उपस्थिति रही।