शहर में कंप्यूटर संस्था की आड़ में महाविद्यालयीन कोर्स की भरमार
युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं कंप्यूटर इंस्टिट्यूट के संचालक
नवीन जिला सक्ती में दो दर्जन से ज्यादा है फर्जी कॉलेज, प्रशासन मौन
सक्ती । एक ओर जहां शिक्षा को लेकर पूरे देश में क्रांति का माहौल चल रहा है, वहीं कुछ ऐसे कंप्यूटर इंस्टिट्यूट वाले हैं, जो बिना किसी मान्यता के डिग्री कोर्स कराने का दम भरते हैं। युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ भी करते हैं। बता दें की डिग्री कोर्सेस के लिए उच्च शिक्षा विभाग से मान्यता लेने के बाद की कॉलेज या कोई भी तकनीकी शिक्षा के संस्था का संचालन किया जा सकता है। लेकिन नगर में कंप्यूटर और ट्रेनिंग सेंटरों द्वारा डीसीए, पीजीडीसीए, जैसे डिप्लोमा कोर्स के अलावा बीए, बीएससी, एमए, एमएससी सहित अन्य डिग्री कोर्स कराए जाने वाले संबंधी बोर्ड लगाकर युवाओं को ठगने का काम किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो बिना पढ़े भी यहां सर्टिफिकेट मिलने की बात भी कई जा रही है। वही महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के कोर्स के लिए प्रॉपर प्रैक्टिकल कक्ष के अलावा भी प्रोफेसर की आवश्यकता होती है, लेकिन उक्त संस्था में कंप्यूटर कोर्स के अलावा किसी भी तरह के महाविद्यालयीन कोर्स के संबंध में कोई मान्यता नहीं होने के बाद भी धड़ल्ले से संस्थान का प्रचार प्रसार कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की पूरा प्रयास किया जा रहा है। जानकारों की माने तो कुछ निजी विश्वविद्यालय में दूरस्थ शिक्षा के माध्यम में महाविद्यालय के कोर्स कराए जाते हैं। जिसका फायदा उठा जिला सक्ती में इस तरह की संस्थाओं द्वारा युवाओं को अंधेरे में रख उन्हें एडमिशन करा फिर दूरस्थ शिक्षा के हिसाब से अन्य स्थानों पर परीक्षा दिलाया जाता है और एग्जाम उत्तीर्ण के अनुसूची में रेगुलर शिक्षा ना होकर दूरस्थ शिक्षा की बना दी जाती है। जल्द ही इन संस्थाओं पर कार्यवाही नहीं हुई तो आने वाले समय में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा।