सक्ती

ग्राम रगजा कृषि प्रक्षेत्र बना भ्रष्टाचार का अड्डा

शासन के नियम कानून से हटकर किया जाता है उपार्जन

सक्ती – सक्ती रगजा कृषि प्रक्षेत्र बना भ्रष्टाचार का अड्डा यहां के अधिकारी मैनेजर एवं सहायक कार्य करने वालों के द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह कर अपने लाभ के लिए एच एम टी धान का उपार्जन किया गया है जबकि कृषि विभाग से कृषि प्रक्षेत्र में स्वर्णां राजेश्वरी स्वर्णां सबवन धान उपार्जन के लिए शासन से स्वीकृत किया गया था शासन के आदेश को दरकिनार करते हुए निजी स्वार्थ लाभ के लिए प्रक्षेत्र मैनेजर एवं सहायक एवं अधिकारी की मिली भगत से लगभग दो एकड़ में एचएमटी धान का उपार्जन किया गया जिससे शासन को लगभग 1 लाख का चूना लगाया जा रहा था जिसकी जानकारी सरपंच पंच ग्रामीण जन को होने पर उनके द्वारा द्वारा कृषि क्षेत्र मौके पर पहुंचकर ग्राम के सरपंच पंच किसान की उपस्थिति में कृषि क्षेत्र के जिन-जिन खेतों में धान लगाए गए थे उन खेतों का निरीक्षण किया गया इसी दौरान लगभग 2 एकड़ खेत में एचएमटी धान कटा हुआ पाया गया जिस पर मौके पर कृषि प्रक्षेत्र मैनेजर केवट को बुलाकर इस संबंध में जानकारी मांगी गई तो उनके द्वारा कहा गया की इसे शासन के बिना जानकारी के हमारे द्वारा लगाया गया है जबकि शासन के नियमानुसार शासन से जीस प्रजाति की धान का स्वीकृत होता है उसी प्रजाति को लगाया जाता है और उतनी प्रजातियों की धान की उपज को शासन को बीज के रूप में दिया जाता है दो एकड़ के लगभग खेत में एचएमटी धान लगाया जाना संदेह से परे हैं इस संबंध में मौके पर उपस्थित सहायक उप संचालक शशांक शिंदे से भी जानकारी चाही गई परंतु उनके द्वारा कहा गया कि रगजा कृषि प्रक्षेत्र मेरे क्षेत्र में नहीं आता और इसकी जांच मेरे द्वारा नहीं की जा सकता जिस पर उप संचालक कृषि जांजगीर श्री मानकर जी को मौके पर की वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया तथा सरपंच किसान द्वारा बनाए गए।
पंचनामा को उनके व्हाट्सएप में भेज कर वस्तु स्थिति की जानकारी दी गई इस संबंध में संचालक श्री मानकर द्वारा पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा शक्ति कृषि एसडीओ प्रीत राज कुर्रे को इस संबंध में जांच कर साथ दिवस के अंदर अवगत कराने की बात कही गई है जिस पर जांच अधिकारी कृत राज से संपर्क किए जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि मेरे पास किसी भी प्रकार की कोई जांच करने का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है जांच आदेश प्राप्त होने पर मेरे द्वारा मौके पर जाकर जांच कर उच्च अधिकारी को अवगत करा दिया जाएगा वहीं बिलासपुर संयुक्त संचालक मनोज कुमार चौहान को शासन को गुमराह कर लगभग दो एकड़ में एचएमटी धान उपार्जन के संबंध में जानकारी दी गई जिस पर उनके द्वारा कहा गया कि सहायक संचालक शशांक शिंदे वहां के अधिकारी हैं और उक्त संबंध में उनसे शिकायत कर सकते हैं और उनके द्वारा इसका जांच किया जाएगा परंतु ग्रामीण एवं सरपंच किसानों के द्वारा सहायक संचालक शशांक शिंदे कृषि प्रक्षेत्र एचएमटी धान लगाए जाने की बात मौके पर उपस्थित शशांक शिंदे को जानकारी दी गई उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि रगजा प्रक्षेत्र मेरे में नहीं आता जबकि उन्हीं के विभाग के उच्च अधिकारी मनोज कुमार चौहान द्वारा बताया गया कि सहायक संचालक शशांक शिंदे है और रगजा प्रक्षेत्र उन्हीं के क्षेत्र में आता है और इसकी जांच उनके द्वारा ही की जाएगी जबकि शशांक शिंदे मौके पर उपस्थित थे और उन्हें इस बात से ग्रामीण एवं सरपंचों द्वारा अवगत कराया गया उन्होंने मेरा क्षेत्र नहीं आता कहकर पल्ला झाड़ते हुए वहां से निकल गए इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सहायक संचालक रगजा प्रक्षेत्र में सहायक संचालक मैनेजर लिपीक के मिलीभगत से इस प्रकार के भ्रष्टाचार को अंजाम इनके द्वारा किया गया है।
जबकि रायपुर कृषि अनुसंधान से खरीफ क्षेत्र छादन के तहत कितने क्षेत्र में किस प्रजाति की धान उपार्जन किया जाना है यह स्वीकृत होकर भेजा जाता है अगर किसी प्रकार से बी अगर कम पड़ जाता है तो इतने क्षेत्र की जमीन को खाली जमीन के रूप में दर्शाकर शासन को अवगत कराया जाता है परंतु कृषि क्षेत्र राजा में अधिकारी कर्मचारियों की मिली भगत से दो एकड़ के खेत में एचएमटी धान उपार्जन कर शासन को गुमराह करते हुए निजी लाभ लिया जा रहा है जिसकी शिकायत ग्राम वासियों ने सहायक संचालक शशांक शिंदे जिला कलेक्टर कार्यालय सक्ती एवं व्हाट्सएप के माध्यम से उपसंचालक जांजगीर को अवगत करा दिया है देखना अब यह है कि अधिकारियों से मिलीभगत कर भ्रष्टाचार करने वालों पर क्या कार्यवाही करती है।