

सक्ती/बिलासपुर । जूना बिलासपुर में श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ 21 नवंबर से देवांगन परिवार में हुआ । जहां कलश यात्रा में भागवत पुराण को शिरोधार्य करके यजमान आयोजक परिवार सहित सैकड़ो माताओ और नगर के बंधुओ ने सम्मिलित होकर जूना बिलासपुर देवांगन मोहल्ला से खाटू श्याम मंदिर तक पदयात्रा कर कलश यात्रा का आयोजन किया।
कथा के प्रथम दिवस वेदियों की स्थापना करते हुए कथा महात्म षडाध्यायी का प्रारंभ हुआ जहां कथा व्यास पंडित देव कृष्ण महाराज सक्ती वाले के द्वारा भागवत कथा की महिमा का गायन किया गया और बताया गया की भागवत कथा सुनने से पहले हमें उसके महत्व को जानना जरूरी है कि हमारे जीवन में भागवत कथा का क्या महत्व है क्यों सुनी जाती है और भागवत कथा सुनने का फल क्या होता है।
नारद जी के जीवन में भी जब सत्कर्म करने का प्रश्न उठा तो नारद जैसे देवर्षि भी इसी भागवत कथा की शरणागति प्राप्त किए थे धुंधकारी जैसे भयंकर प्रेत को भी अगर मुक्ति मिली तो भागवत कथा के श्रवण लाभ से ही मुक्ति मिली थी।
नियम पूर्वक कथा पालन करने से जीवन में इस कथा का प्रभाव देखा जा सकता है। अन्यथा कई बार बिना मन के भी सुन लेने पर कोई बदलाव नहीं होगा।
यह कथा 27 नवंबर तक होगी, 28 नवंबर को हवन सहस्त्रधारा भंडारा का आयोजन होना है आयोजक
श्रीमती राम कुमारी देवागन , श्रीमती श्याम लता देवांगन, और यजमान मोहिनी पावस देवांगन, अंजू राहुल देवांगन, नीतू निखिल देवांगन है।
आयोजक परिवार के द्वारा अधिक अधिक संख्या में कथा श्रवण करने हेतु अपील की गई है श्री राधे।