सरस्वती शिशु मंदिर पोरथा एवम् भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ के सायुज्य में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ

सक्ती । मृतात्मा के मोक्षार्थ भागवत कथा श्रवण एक परंपरा है पर जन धन के अभाव में अनेकों बार समाज में लोग चाह कर भी कथा आयोजन में असमर्थ रहते हैं। ऐसी स्थिति में व्यास पीठ के द्वारा ऐसे वंचितों के लिए निःशुल्क कथा अथवा अकिंचन भागवत कथा का आयोजन भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ का अनूठा प्रयास ही कहा जायेगा, यह बात भागवत प्रवाह अध्यात्मिक सेवा संस्थान के संरक्षक चितरंजय पटेल ने ग्राम भारती सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय पोरथा एवम भागवत प्रवाह के सायुज्य में आयोजित श्रीमद् भागवत के शुभारभ अवसर पर व्यक्त किया।
कथा व्यास आचार्य राजेंद्र महाराज ने व्यास पीठ से ग्रामवासियों से आग्रह किया कि अकिंचन भागवत के ऐसे दुर्लभ अवसर का लाभ उठाते हुए अपने स्मृतिशेष परिजनों के मोक्षार्थ कथा का श्रवण अवश्य करें। आज गायत्री मंदिर पोरथा से निकली भव्य शोभा यात्रा गांव की गलियों से बाजे गाजे के धुन के साथ गुजरते हुए कथा स्थल में पहुंचकर समापन हुआ जहां कलश स्थापना के साथ भागवत भगवान की आरती के पश्चात लोगों ने भोग प्रसाद ग्रहण किया।
आज शोभायात्रा से लगातार पूजन के दरम्यान खंड कार्यवाह विनोद यादव, महेंद्र राठौर, श्याम राठौर, बिहारी राठौर, रामकृष्ण राठौर, उमाशंकर, मुकुंद कृष्ण पांडे, मधु प्रदीप राठौर, शिव कुमार आदि की गरिमामय उपस्थिति रही। साथ ही अयोजन को सफल बनाने में सरस्वती शिशु मंदिर परिवार के आचार्य आचार्या एवम् भैया बहनों की सक्रिय भागीदारी नजर आ रही थी।