जिला जेल सक्ती में ब्रम्हाकुमारिज के द्वारा राजयोग मेडिटेशन कार्यक्रम आयोजित

सक्ती । ध्यान योग के माध्यम से अपने भीतर के नकारात्मक ऊर्जा को बाहर कर सकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है यह बात राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग (लीगल सेल)के प्रदेश अध्यक्ष एवम उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने जिला जेल सक्ती में ब्रह्मा कुमारी द्वारा आयोजित राजयोग मेडिटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसंदी से व्यक्त करते हुए जेल के बंदियों से अपराध का पश्चाताप कर नए जीवन की शुरुआत का आगरा किया।
इस अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शक्ति कुंज केंद्र की संचालिका राजयोगिनी तुलसी बहन ने राजयोग मेडिटेशन के रहस्य को बताते हुए कहा कि हम परमपिता परमेश्वर की प्रिय संतान आत्मा है तथा ध्यान योग के माध्यम से परमपिता परमात्मा से जुड़कर नकारात्मक एवम दुष्ट प्रवृत्तियों का परित्याग कर सद प्रवृत्तियों में लीन हो तो जीवन में आनंद ही आनंद होगा।
आज जिला जेल सक्ती के जेलर सतीश कुमार भार्गव के सान्निध्य में आयोजित राजयोग मेडिटेशन के शुरुवात में ब्रह्माकुमारी बहन मधु ने जेल को राजयोग की पाठशाला बताते हुए सभी बंदियों से विद्यार्थी की तरह ध्यान योग के माध्यम से परमात्मा से जुड़ने का रहस्य बताया।जेलर सतीश कुमार भार्गव ने अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनंदन करते हुए आयोजन के लिए ब्रह्माकुमारी परिवार के साथ ही मुख्य अतिथि अधिवक्ता चितरंजय पटेल के प्रति साधुवाद प्रगट किया।
आज राजयोग मेडिटेशन कार्यक्रम में करीब 150 बंदियों ने शांत जीवन का रहस्य जानकर मेडिटेशन को नित्यप्रति जीवन में धारण करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन महेंद्र बरेठ ने किया तो वहीं मानव अधिकार संगठन के धर्मेंद्र सोन,उदय मधुकर, योम लहरे, फागुलाल, राजकुमारी के साथ ही ब्रह्माकुमारी संगठन के प्रेम शकर भाई, चंद्र विजय भाई एवं जेल परिवार के कर्मचारियों की गरिमामय उपस्थिति रही।