सक्ती

हिंदू नववर्ष- 22 मार्च को सक्ती के सभी मंदिरों में होगा संध्या समय दीपोत्सव एवं भोग प्रसाद का आयोजन

आयोजन समिति ने कहा- संकल्प हर घर श्रीराम ध्वजा, घर द्वार पर बंदनवार, आओ मिलकर मंदिर सजाएं, आस्था के एक दीप जलाए

सक्ती – सक्ती शहर में 22 मार्च को नवरात्रि पर्व शुभारंभ एवं हिंदू नववर्ष के पुनीत दिवस पर शहर के गायत्री परिवार, गौ सेवा समिति एवं चंद्रपुर पदयात्रा सेवा समिति द्वारा रात्रि 7:00 बजे शहर के प्रत्येक मंदिरों में दीपोत्सव एवं भोग प्रसाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है,तथा उपरोक्त जानकारी देते हुए आयोजक संस्थाओं के सदस्य दीपक अग्रवाल,विकास अग्रवाल, श्यामसुंदर अग्रवाल, मयंक ठाकुर, राजकुमार पटेल सोनू महाकाल एवं अनमोल गर्ग ने बताया कि 22 मार्च को आदि शक्ति मां जगदंबे भवानी के नवरात्रि पर्व का शुभारंभ हो रहा है, तथा इसी दिन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष का भी शुभारंभ होता है, एवं सक्ती शहर के इतिहास में पहली बार संध्या 7:00 बजे से प्रत्येक मंदिरों में दीपोत्सव एवं भोग प्रसाद लगाया जाएगा तथा इस आयोजन को लेकर सभी संस्थाओं के पदाधिकारी सदस्य जुटे हुए हैं
आयोजन समिति के सदस्यों ने शहर वासियों से आग्रह किया है कि वे नव संवत्सर के शुभारंभ अवसर पर अपने नजदीक के मंदिरों में दीपदान एवं घरों के सामने दिए प्रज्वलित अवश्य करें,सदस्यों ने बताया कि ऐसे आयोजनों से जहां हमारे बच्चों में भी अच्छे संस्कार निर्मित होते हैं, तो वही आज हम अपनी संस्कृति को बनाए रखने की दिशा में भी अपना एक अमूल्य योगदान दे पाएंगे तथा भारत में हिंदू नववर्ष का शुभारंभ एवं नवरात्रि का पर्व एक बड़ा पर्व है,जिसे प्रत्येक शहर, गांव, कस्बे, मोहल्ले एवं घरों में आयोजित किया जाता है, तथा हिंदू नववर्ष को लेकर सभी जगह व्यापक रूप से तैयारियां भी चल रही हैं एवं इस दिन जहां सभी प्रमुख मार्गों पर ध्वज भी लगाए जाएंगे तो वहीं मंदिरों में मां जगदंबे की आराधना भी होगी
उल्लेखित हो कि इन्हीं संस्थाओं द्वारा विगत महीनों शहर से लगे बाबा भोलेनाथ की नगरी प्रसिद्ध तुर्रीधाम में भी गंगा आरती का रात्रि समय भव्य आयोजन कर पूरे शक्ति जिले के इतिहास में पहली बार मंदिर की ऐसी साज-सज्जा एवं भव्य रूप से धार्मिक कार्यक्रम संपन्न कराया गया था, जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश के चारों ओर थी, तथा इन संस्थाओं द्वारा क्षेत्र में धर्म के प्रचार की दृष्टि से एक अनुकरणीय पहल की जा रही है
हिंदू नव वर्ष नव वर्ष संवत 2080 का 22 मार्च से शुभारंभ होगा तथा इस दिन आप अपने घरों, अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की छत पर ॐ चिन्हित भगवा ध्वज लगा सकते हैं, हवन, यज्ञ, उदय हो रहे सूर्यनारायण को अर्ध्य देना, मीठा प्रसाद बनाकर अपने देवी-देवताओं को अर्पित कर परिवार सहित ग्रहण करना एवं अन्य लोगों में बांटना,देवालयों और अपने गुरुजनों के घरों में जाकर मंगल कामना करना,अपनी इच्छाशक्ति अनुसार सामाजिक, धार्मिक, दान- पुण्य के कार्य करना एवं दीपदान करना चाहिए तथा इस कार्य के लिए अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी देकर उन्हें बताएं‌।