सक्ती

शिव भक्तों ने बाबा संग खेली होली


टेश के फूलों से हुआ बाबा भोलेनाथ का अद्भुत श्रृंगार

सक्ती ‌। बाबा भोलेनाथ का ऐसा अद्भुत सिंगार आपने कभी नहीं देखा होगा तथा यह श्रृंगार सक्ती जिले के प्रसिद्ध बाबा भोलेनाथ की नगरी तुर्रीधाम में शिव भक्तों ने होली पर्व के मौके पर कर दिखाया, शिवभक्त तुर्री धाम पहुंचकर वहां बाबा भोलेनाथ को अभिषेक करते हुए उन्हें पलाश के फूलों, आंख के फूल, बेल पत्ती के रस, सिंदूर, बेल के रस, गन्ना रस, शहद,घी, रोली,अभ्रक, सुगंध गुलाल तथा टोपी से जहां श्रृंगार कर बाबा को एक अद्भुत स्वरूप प्रदान किया तो वही विगत दिनों भी बाबा का अद्भुत श्रृंगार महाकाल के भक्तों द्वारा देखने को मिला था
उल्लेखित हो की सक्ती से लगे तुर्रीधाम में जहां लोगों की आस्था दिन प्रतिदिन और अधिक प्रगाढ़ होती जा रही है, तो वहीं बाबा के भक्त भी आए दिन अलग-अलग रूपों में बाबा का श्रृंगार कर अपनी आस्था व्यक्त करते हैं, तथा विगत महीनों तुर्रीधाम में बाबा भोलेनाथ की अद्भुत पूजा-अर्चना के साथ ही गंगा आरती का कार्यक्रम संपन्न हुआ था तो वहीं सक्ती शहर के महाकाल भक्त बाबा भोलेनाथ की सेवा में समर्पित नजर आते हैं ,तथा इस अवसर पर घंटों तुर्री धाम के बाबा भोलेनाथ में लोग पहुंचकर उसकी पूजा- अर्चना करते हैं, साथ ही ऐसी मान्यता है कि तुर्रीधाम में शिव भक्तों द्वारा मांगी गई सारे मन्नते पूरी भी होती हैं तथा इस तुर्री धाम में श्रावण मास में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग उड़ीसा सहित देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचकर अनेकों किलोमीटर लंबी यात्राएं कर जल अर्पित भी करते है
वही यह तुर्रीधाम लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र बना हुआ है, तथा यहां जहां विभिन्न समाजों द्वारा अपने इष्ट देवी- देवताओं मंदिर एवं मां जगदंबे भवानी का मंदिर सक्ती- रायपुर के हरियाणवी परिवार द्वारा स्थापित किया गया है, तो वहीं बाबा हनुमान जी भी विराजमान है एवं प्रतिवर्ष देश के सुप्रसिद्ध भागवत कथा वाचक भी इस पवित्र नगरी में श्रीमद् भागवत कथा सहित शिव महापुराण कथा का भी कार्यक्रम आयोजित कर अपने यजमानो को धर्म का संदेश देते हैं, तथा तुर्री धाम छत्तीसगढ़ प्रदेश के पर्यटन के नक्शे पर भी उभर कर आ रहा है।