श्रावण पूर्णिमा पर गायत्री सक्ती पीठ में दशविध स्नान एवं हवन यज्ञ आयोजित

सक्ती – गायत्री सक्ती पीठ सक्ती में श्रावण पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रावणी उपाकर्म के पलों में आयोजित दशविध स्नान संस्कार में आज गायत्री परिवार के साथ शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, यह बात कहते हुए उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बताया कि यह विशिष्ट दशविध स्नान संस्कार गायत्री परिवार का अनूठा एवं सराहनीय पहल है। गायत्री सक्ती पीठ के आचार्य भगत राम साहू के अनुसार १० सामग्रियों से क्रमशः मंत्रोच्चार के साथ स्नान करते हुए दशविध स्नान संस्कार पूर्ण होता है जो मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा, वानप्रस्थ संस्कार, श्रावणी उपाकर्म तथा प्रायश्चित आदि विधानों में दशविध स्नान को महत्वपूर्ण माना गया है। आज गायत्री सक्ती पीठ के पुजारी शिवचरण यादव ने मंत्रोच्चार के साथ दशविध स्नान संस्कार कराते हुए बताया कि भस्म स्नान का भाव है कि यह शरीर भस्मांत है अर्थात शरीर का अंत भस्म रूप में हो जाना है इसलिए इसका अधिक मोह व्यर्थ है। इसी प्रकार मृदा स्नान का भाव धरती अर्थ माटी का ऋण चुकाने लिए देश भक्ति के भाव के साथ मातृभूमि के सेवा का संकल्प लें , गोबर स्नान से भाव है कि शरीर का गोबर (खाद) की तरह समाज की प्रगति में उपयोगी बनाएं, गोमूत्र स्नान से आशय गोमूत्र की तरह मलीनता नाशक बनकर समाज की बुराईयों को दूर करने का व्रत लें, दुग्ध स्नान का तात्पर्य अपना जीवन को श्वेत अर्थ निर्मल बनाएं, दधी स्नान से जीवन में विचारों में तरलता ( ढुल_मूल) के बजाय दृढ़ता लाएं, घृत स्नान से मतलब चिकनाई याने व्यवहार में रूखापन के बजाय मधुरता लाएं, सर्वोषधि याने हल्दी स्नान से अभिप्राय है कि हल्दी (कीटाणुनाशक) की तरह शरीर व मन के विकृतियों को दूर करें, कुश स्नान से भाव है कि जीवन में अनितियों एवं अन्याय के खिलाफ नुकीले (तीक्ष्ण) अर्थात मुखर बनकर विरोध करें तो वहीं मधु स्नान का अर्थ है समग्र मिठास याने सज्जनता के साथ सबके प्रिय व मधुरभाषी बनें, इन भावों के साथ ही क्रमशः आज श्रावणी पूर्णिमा पर सभी श्रद्धालु दशविध स्नान संस्कार में शामिल हुए। पश्चात लोक कल्याणार्थ हवन यज्ञ के माध्यम से ग्रह शांति, प्राकृतिक अनुकूलता, सर्व समाज की समृद्धि की कामना की गई। विदित हो कि गायत्री सक्ती पीठ के दशविध स्नान संस्कार एवं हवन यज्ञ, अभिषेक में शामिल व्यवस्थापक राजकुमार पटेल, महेश साहू, अरविंद बरेठ, बलवंत,नेपाल कसेर, बबलू साहू, प्रकाश देवांगन, हर्ष साहू, आरएल बरेठ आदि ने अनुष्ठान उपरांत घनश्याम वाटिका ऑफिसर्स कॉलोनी सक्ती फलदार पौधों का रोपण किया।