भारतीय जनता पार्टी ने किया आपात काल पर जिला स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन

सक्ती – लोकतंत्र के काला अध्याय आपातकाल के 50 वी वर्षगांठ पर आयोजित जिला सक्ती के जिला स्तरीय संगोष्ठी कार्यक्रम सद्भावना भवन मालखरौदा में आयोजित किया गया, कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जिलाध्यक्ष टिकेश्वर गबेल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लोकसभा चुनाव को सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग करने से उनके विपक्षी उम्मीदवार राज नारायण सिंह के हाईकोर्ट इलाहाबाद में चुनौती देने से रद्द कर देने और उन्हें 6 साल के लिए अयोग्य घोषित किए जाने के कारण अपने पद का दुरुपयोग कर लगाया गया था जबकि उस समय कोई आंतरिक सुरक्षा संबंधी कोई भी बात नहीं थी उसने द्वारा केवल अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए देश के करोड़ों नागरिकों के जीवन को नरकीय बना दिया, बिना कारण के लोगों जेल में बंद कर यातनाएं दी गई, बाबासाहेब के संविधान का दुरुपयोग किया और आम नागरिकों के अधिकारों का हनन कर उनके साथ अत्याचार किया गया, आपातकाल के दौरान केवल धर्म विशेष के 8 साल से 80 साल तक लोगों को जबरदस्ती नसबंदी कराया गया, उन्होंने बताया कि 39 वा और 42 वे संविधान संशोधन किया गया जिसमें उच्च पदों पर बैठे लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई कर रोक लगे क्या यह उचित है कि शीर्ष पदों पर बैठे भ्रष्टाचारी या अपराध करने वाले पर कानूनी कार्यवाही न हो, जबकि बाबासाहेब का संविधान देश के प्रत्येक नागरिक के समान था, प्रेस की बिजली रातों रात काट दी गई ताकि उनका कोई आलोचना न कर सके, न्यायपालिका को भी कुचला गया, लोगोंको कांग्रेस के समर्थन के लिए जबरदस्ती किया जाने लगा जो लोग समर्थन नहीं किए उनको जेलो में बंद कर कठोर यातना दिया गया, कार्यक्रम में जिला मंत्री एवं जिला संयोजक नेतराम चंद्रा के अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन देश के इतिहास में काला दिवस में जाना जाता है क्योंकि कांग्रेस के तात्कालिक प्रधानमंत्री द्वारा अपने ऊपर लगे आरोपों से बौखलाकर राष्ट्रपति जी जबरदस्ती हस्ताक्षर कर आपातकाल घोषित किया गया और दूसरे दिन मंत्रिमंडल को बताया गया और विपक्ष के नेताओं को जबरदस्ती जेलों में डाल कर यातनाएं दी गई, उनके द्वारा धारा 352 का दुरुपयोग किया गया साथ ही कांग्रेस आज संविधान बचाओ यात्रा निकालकर लोगों को लोगों को गुमराह किया जा रहा जबकि 1947 से 2014 तक सबसे ज्यादा 75 बार संविधान संशोधन कांग्रेस ने किया है जिसमें कई तो केवल कांग्रेस ने अपने हित में किए है और 90 बार राज्य सरकारों को धारा 356 का दुरुपयोग कर बर्खास्त किए है, आज उनके द्वारा संविधान बचाओ का नारा देना हास्यास्पद है, आपातकाल के दौरान तुर्कमान गेट के पास रह रहे झुग्गी बस्ती के लोगों को जबरदस्ती बेघर किया और विरोध करने वाले सैकड़ों नागरिकों को गोली मार दी गई जी जलियांवाला बाग के बाद भयानक नरसंहार था, उक्त घटना से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा, जेल में बंद अनेक राजनेताओं को उनके परिजनों के अंत्येष्टि में भी शामिल नहीं होने दिया जिसमें आज के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी थे जिनके माता जी निधन पर उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दिया, आपातकाल के दौरान कानून को अपनी सुविधानुसार उपयोग किया जो विरोध करे उसे जेलो में बंद किया गया, लोगों को सरकारी तंत्र का दुरुपयोग जबरन नसबंदी किया गया कांग्रेस के नेताओं का नारा था इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा जो उनके तानाशाही रवैए को दर्शाता है लोकतांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति देश से सर्वोपरी नहीं हो सकता, कार्यक्रम के संयोजक और युवा मोर्चा में जिलाध्यक्ष लोकेश साहू ने स्वागत उद्बोधन किया, जिला पंचायत जांजगीर के उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया ने लोगों को अवगत कराया कि आज हम आपने परिवार के लोगों को बिना कारण थाने में चंद घंटे बैठाने से पूरा परिवार काफी परेशान हो जाता है और आपातकाल के दौरान बेवजह 21 माह तक जेलो में बंद कर दिया गया तो सोचिए उनके परिवार पर क्या बीती होगी, मै उन सभी मीसा बंदी लोगों को प्रणाम करता हू जिन्होंने आपातकाल की गलत नीतियों को विरोध किया, कार्यक्रम मे मिसा बंदियों का सम्मान किया और मीसाबंदियों ने अपने ऊपर हुए अत्याचार को भी बताया, कार्यक्रम में जिला सह संयोजक अरुण शर्मा, पंचायत प्रकोष्ठ के जिला संयोजक संपूर्णानंद मिश्रा, मंडल अध्यक्ष मालखरौदा जगदीश चंद्रा, पहलवानदास महंत, गेंद राम मनहर, जीवेंद्र गवेल, दिनेश बरेठ, मनहारण चंद्रा, घनश्याम भारद्वाज, आशीष तिवारी, चंद्र कुमार चंद्रा, भूपेंद्र यादव, राजेश चंद्रा, रमौतीन बारे, सावित्री अजगल्ले, धनेश्वरी साहू, लक्ष्मीन बंजारे, रघु चंद्रा, मनोज पटेल, जागेश्वर चंद्रा, रेशम पटेल, गजेंद्र राठौर, सुरेंद्र बरेठ, राजेंद्र चंद्रा, विश्राम साहू, साहेबलाल गवेल, प्रमोद गवेल, जुड़वन गवेल, ज्वाला रात्रे, मुंशी रात्रे, राजू बरेठ सहित अनेक प्रबुद्धजन और ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे