डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा ने दी श्रद्धांजलि


सक्ती । भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल सक्ती द्वारा भाजपा जिला कार्यालय सक्ती में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया सर्वप्रथम भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ताओ के द्वारा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी पश्चात् उनके बलिदान को याद करते हुए उपस्थित पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रामावतार अग्रवाल सहित उपस्थित वक्ताओं ने सारगर्भित उद्बोधन दिया एवं कहा कि जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत के महान राजनीतिज्ञ थे, शिक्षा विद थे और बहुत बड़े विचारक थे। वह जनसंघ जो आज भारतीय जनता पार्टी है के संस्थापक थे।
पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में थे ,लेकिन नेहरू की गलत नीतियों की वजह से उनके साथ मतभेद हुआ और वो राष्ट्रीय कांग्रेस को छोड़कर अपना अलग रास्ता अपना लिया नेहरू सरकार से इस्तीफा देकर सन 1951 में जनसंघ की स्थापना की। जब कांग्रेस ने कश्मीर में धारा 370 लगाई थी तब उन्होंने इसका पुरजोर विरोध किया ,उनका नारा था कि जब देश एक है तो एक देश में दो प्रधान दो विधान और दो निशान (झंडा )कैसे हो सकता है । धारा 370 लगाने के बाद कश्मीर अपने को भारत से अलग बताता था।अपना अलग प्रधानमंत्री बनाकर,अलग झंडा लगाकर ,और अलग से विधानसभा बनाकर अपने को भारत से अलग करता था श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया और कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है धारा 370 लगाकर कैसे भारत से अलग कर सकते हैं, यह नेहरू और कांग्रेस की साजिश है कि कश्मीर को भारत से अलग किया जाए और पाकिस्तान को कब्जा कर लेने दिया जाए
लेकिन श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया और आंदोलन करने के लिए कश्मीर जाने के लिए निकल पड़े उसे समय नेहरू के शासनकाल में कश्मीर जाने के लिए परमिट या कहे विशेष परमिशन लेना पड़ता था ।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी किसी तरह कश्मीर तो पहुंच गए वहां पर उनको शेख अब्दुल्ला की सरकार ने गिरफ्तार कर लिया और जेल में डाल दिया जेल में रहते हुए रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई । उनकी पुण्यतिथि 23 जून को हर साल भाजपा बलिदान दिवस के रूप में मनाती आ रही है। उनकी मृत्यु आज भी रहस्य और विवाद का विषय है ।
उनकी विचारधारा में राष्ट्र प्रेम सबसे पहले था, वह अपने देश की सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के लिए संघर्ष करते रहे, आज मोदी जी उन्हीं की विचारधारा को अनुसरण करते हुए देश के सांस्कृतिक विरासत का पुनर्जागरण कर रहे है
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा से प्रेरित होकर उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाई और एक देश एक विधान एक झंडे को स्थापित किया । श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा थी कि देश में UCC यूनिफॉर्म सिविल कोड आना चाहिए ।
मोदी जी और उनकी कैबिनेट इस पर काम कर रही है और बहुत जल्दी यह कानून बनकर अपने देश में आ जाएगा।
युवाओं से उन्होंने हमेशा आह्वान किया कि वह पढ़े विद्वान बने और देश की सेवा में जुट जाएं।। उनकी विचारधारा से प्रेरित होकर आज देश एक भारत श्रेष्ठ भारत की ओर बढ़ रहा है उन्होंने यह सिखाया की पद से बड़ा राष्ट्र होता है और हमें राष्ट्रहित के लिए कार्य करना चाहिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी को और उनके विचारों को अच्छे से जानना और पढ़ना चाहिए उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए ,कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने किया एवं मंडल के उपाध्यक्ष श्रीमती सेवती साहू ने आभार व्यक्त किया इस अवसर जिला मंत्री सुश्री अन्नपुर्णा राठौर,जिला कोषाध्यक्ष राम नरेश यादव,जिला मीडिया प्रभारी धनंजय नामदेव,कार्यालय प्रभारी दीपक गुप्ता,जिला आई सेल अरुण शर्मा,मंडल अध्यक्ष अभिषेक शर्मा उपाध्यक्ष दिलीप सराफ,महामंत्री नटवर सिदार,जिला युवा मोर्चा चिराग अग्रवाल,पार्षद गोविन्दा निराला ,अनीता गोपाल,मनोज सोनी,रीता पटेल,ललिता साहू रीता कसेर ,वेद प्रकाश देवांगन घनश्याम देवांगन,आदित्यअग्रवाल भुवन सोनी सहित भाजपा के जिला मंडल के पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।