सक्ती

कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना मंहत भागवत कथा समापन पर पहुंचकर भागवत महापुराण की पूजा अर्चना भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर आचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया

कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना मंहत भागवत कथा समापन पर पहुंचकर भागवत महापुराण की पूजा अर्चना भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर आचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया kshititech

सक्ती / अमरकंटक ‌। कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत अमरकंटक के कल्याण आश्रम में भागवत प्रवाह मातृशक्ति द्वारा आयोजित भागवत कथा के समापन अवसर पर पहुंचकर व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर भागवताचार्य राजेंद्र शर्मा से आशीर्वाद प्राप्त कर कथा श्रवण कर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया ज्योत्सना महंत ने भागवत कथा आयोजक मातृशक्ति सभी महिलाओं का साडी़ भेंटकर सम्मान करते हुए कहा भागवताचार्य राजेंद्र शर्मा के द्वारा हिंदू सनातन धर्म विश्व कल्याण के लिए नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में, भागवत प्रवाह आध्यात्मिक सेवा संस्थान मातृशक्ति समिति द्वारा जो विश्व कल्याण हेतु भागवत प्रवाह आयोजन किया गया है यह बहुत ही सराहनीय है भागवत कथा सुनने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होती है सांसद ने भागवत पुराण सुदामा चरित्र कथा का वर्णन करते हुए कहा भगवान कृष्ण ने जिस प्रकार मित्रता का संदेश दिया है इसे हर महिला पुरुष को अपने जीवन में उतारना चाहिए मित्र बड़ा हो या छोटा हमेशा अपने मित्र को सम्मान देना चाहिए आज के भाग दौड़ जीवन में आप सभी मातृशक्तियों द्वारा समाज के लिए भागवत कथा का आयोजन कर बहुत ही अच्छा संदेश दिया जा रहा है आज हर क्षेत्र में पुरुष से कंधे से कंधा मिलाकर आगे चल रही है महिला अगर चाहे तो समाज को सुधार सकती है सांसद ने कहा महिलाओं का सम्मान करें तो देश का विकास होगा और अपने जीवन में जब-जब समय मिले तब तब भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए भागवत कथा सहित मुख्य की प्राप्ति होतीहै।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भागवत आचार्य राजेंद्र जी महाराज द्वारा भागवत महापुराण का कलयुग में महत्व के संबंध में बताते हुए कहा भागवत महापुराण साक्षात श्री कृष्ण का वांगमय स्वरूप है ।कथा के माध्यम से ही निराकार ब्रह्म को साकार रूप में समझ राजा परीक्षित को भगवान की शरणागति प्राप्त हुआ सुरज महंत, ने कहा श्रीमद् भागवत इस संसार का सर्वश्रेष्ठ सत्कर्म है , जो मनुष्य के जन्म-जन्मांतर के पुण्य अर्जित होने पर प्राप्त होता है. भागवत कथा श्रवण करने सक्ती, कोरबा, जांजगीर , रायगढ़, जिला सहित मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, से सैकड़ों की संख्या में भक्तगण कथा श्रवण करने पहुंचे।