सक्ती

पुण्य श्लोका देवी अहिल्या के ३०० वीं जयंती समारोह पर प्रदर्शनी

सक्ती – कुशल प्रशासक, न्याय प्रिय, पर्यावरण संरक्षक, देवालयों की स्थापक, न्यायप्रिय, नारी सशक्तिकरण की मिसाल अपने हर श्वास में शिव को याद करने वाली शिवभक्त अहिल्या अर्थात बहुआयामी, बहुमुखी प्रतिभा की धनी देवी अहिल्या के जीवन हर पल आम आदमी के चेहरे में मुस्कुराहट लाने में गुजरता था, यह बात उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने उनके  लोग के जीवन होलकर के ३००वीं जयंती समारोह  के उपलक्ष्य में आयोजित प्रदर्शनी के अवलोकनके बाद मीडिया के साथियों के साथ विचार साझा करते हुए कहा।विदित हो कि आज प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर सांसद कमलेश जांगड़े, टिकेश्वर गबेल जिलाध्यक्ष के साथ भारतीय जनता पार्टी एवं युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति रही। इन पलों में आभार व्यक्त करते हुए प्रदर्शनी के संयोजक रामनरेश यादव ने आयोजन में सहभागिता के लिए सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया तो वहीं समापन पर उपस्थित पूर्व अध्यक्ष के के चंद्रा ने कहा कि सरकार ने देश के मान सम्मान और अस्मिता के प्रतीक अहिल्या देवी जैसे महामना के जीवन चरित्र को भावी पीढ़ी के समक्ष रखकर भारतीय संस्कृति के पुनर्स्थापन का अद्भुत प्रयास प्रारंभ किया है जो स्वागतेय व अनुकरणीय है।  आज इस अवसर पर पुण्य श्लोका देवी अहिल्या के जीवन के यादगार क्षणों को चित्रित करती हुए प्रदर्शनी ने  लोगों को सर्व समाज के कल्याण के लिए प्रेरित करने में योगदान सुनिश्चित किया।