सक्ती

चांपा के जेजीएम  हॉस्पिटल मे डॉक्टरों की लापरवाही के वजह से 1 वर्ष के मासूम बच्चों की गई जान

सक्ती –   सक्ती के स्टेशन रोड निवासी मनीष सांवडीया ने जिला के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के पास अपने मासूम बच्ची अंशिका सांवडीया उम्र 1 वर्ष के मृत्यु को लेकर चांपा के जे.जी.एम. अस्पताल के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है और अस्पताल प्रबंधन और मुख्य चिकित्सक डॉ सुमित गुलाबानी के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मनीष ने घटना की उच्च स्तरीय जांच एवं दोषी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है वहीं उन्होंने अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की भी मांग की है ताकि भविष्य में इस प्रकार के लापरवाही से किसी और मासूम की जान ना जाए। मनीष ने कलेक्टर को दिए अपने आवेदन में यह उल्लेख किया है कि 15 मार्च 2025 को चांपा के जे.जी.एम. हॉस्पिटल की घोर लापरवाही से मेरे 1 वर्ष की बच्ची की जान चली गई मनीष ने आवेदन में यह भी उल्लेख किया है कि 15 मार्च को दोपहर 2:40 बजे बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां मुख्य चिकित्सा डॉक्टर सुमित गुलाबानी उपस्थित नहीं थे और बिना विशेषज्ञ डॉक्टर की निगरानी में मेरी बच्ची को ब्लड चढ़ाया गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई जब तक डॉक्टर अस्पताल पहुंचे तब तक हमारी बच्ची की मृत्यु हो चुकी थी। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस को सूचना भी नहीं दी और हमें गुमराह करते हुए सक्ती वापस भेज दिया गया यह कृत्य अस्पताल प्रशासन एवं डॉक्टर की घोर लापरवाही को दर्शाता है जिसके कारण हमारी मासूम बच्ची की अकारण मृत्यु हो गई यदि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर के द्वारा सही इलाज और देखरेख किया जाता तो आज हमारी बच्ची जीवित होती। मनीष ने जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित एवं न्याय उचित कार्यवाही करने का आग्रह किया है।