सक्ती के स्व. सुरेश हलवाई को पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल एवं छत्तीसगढ़ जनर्लिस्ट वेलफेयर यूनियन के जिलाध्यक्ष रमेश चंद अग्रवाल सहित पत्रकार साथियों ने दी श्रद्धांजलि

14 जनवरी को दशकर्म कार्यक्रम में पहुंचे हजारों लोग, अल्प आयु में हो गया सुरेश हलवाई का निधन
सक्ती – अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से कैटरिंग के क्षेत्र में बेताज बादशाह के रूप में कैटरिंग के काम को स्थापित कर एक नई पहचान देने वाले सुरेश हलवाई के निधन के पश्चात 14 जनवरी को उनके दशकर्म एवं चंदनपान का कार्यक्रम उनके गृह निवास सक्ती में आयोजित किया गया था, जिसे श्रद्धांजलि देने के लिए नगर पालिका शक्ति के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार श्यामसुंदर अग्रवाल, छत्तीसगढ़ जनर्लिस्ट वेलफेयर यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश चंद अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष सम्सतबरेज पप्पू खान, जिला महासचिव मोहन अग्रवाल,जिला कोषाध्यक्ष राहुल अग्रवाल, जिला कार्यक्रम संयोजक कमल अग्रवाल, सहित अनेकों लोग पहुंचे तथा सुरेश स्वर्गीय सुरेश हलवाई के आयोजित दशकर्म कार्यक्रम में जहां शक्ति सहित अन्य जिलों एवं छत्तीसगढ़ से बाहर भी अन्य राज्यों से सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंचे तथा सभी ने नम आंखों से उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी इस अवसर पर सुरेश कैटर्स परिवार द्वारा सभी आगंतुकों का इस संवेदना व्यक्त करने के लिए आभार व्यक्त किया गया तो वहीं उनके दशकर्म कार्यक्रम में सभी आगंतुकों को शांति भोज भी कराया गया एवं कार्यक्रम स्थल पर जहां स्वर्गीय सुरेश हलवाई को श्रद्धांजलि देने भजनों एवं गीतों के माध्यम से आगंतुक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी, तो वहीं सुरेश कैटर्स एवं उनका पूरा परिवार अपने मुखिया स्वर्गीय सुरेश हलवाई के निधन पर दुखी नजर आया तथा इस अवसर पर पहुंचे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल सहित वरिष्ठ पत्रकार रमेश चंद अग्रवाल ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि आज जो पहचान स्वर्गीय सुरेश हलवाई ने बनाई है, वह हम सबके लिए गौरव का विषय है, एवं पूरे छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी आज सुरेश हलवाई एवं सुरेश कैटर्स के नाम से लोग काम की प्रशंसा करते हैं,
तथा सुरेश हलवाई ने जब लगभग 30 साल पहले कैटरिंग का काम किया तब यह काम बड़ा चुनौती था, किंतु आज उन्होंने धीरे-धीरे लगभग 1000 लोगों का अपना ग्रुप तैयार कर देश के विभिन्न राज्यों में भी कैटर्स का काम किया तथा उनके कैटर्स के इस काम में जहां 10-10 हजार लोगों की बड़ी पार्टियों का भी काम उन्होंने बखूबी बिना किसी बाधा के करवाया तो वहीं अन्य राज्यों में भी लोग शक्ति के सुरेश हलवाई के काम की प्रशंसा करते हुए उन्हें अपने यहां होने वाले आयोजनों में बुलाते थे, तथा पहले से पहले बुक भी कर लेते थे एवं सुरेश हलवाई भी बहुत ही सहज, सरल एवं काम के प्रति निष्ठावान थे तथा जिस काम को वे ले लेते थे उसे सफलता तक पहुंचाते थे, वहीं दूसरी ओर शक्ति शहर वासियों का कहना है कि सुरेश हलवाई का निधन पूरे क्षेत्र के लिए कैटरिंग के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है, तथा उनकी कमी को पूरा कर पाना बहुत ही मुश्किल है, किंतु सुरेश कैटर्स परिवार में स्वर्गीय सुरेश हलवाई के सुपुत्र उनके भाई एवं पूरा ग्रुप आज उनके द्वारा कैटरिंग के क्षेत्र में स्थापित की गई इस पहचान को आगे बढ़ाने के लिए कोई कमी बाकी नहीं रखेगा।