धर्मेंद्र सिंह के अनर्गल बयान पर आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने जताई आपत्ति

सक्ती – स्व बिसाहू दास महंत उद्यान के नाम पर भ्रामक बयान देने पर आदिवासी समुदाय के पदाधिकारियों ने जताई आपत्ति एवँ मुख्यमंत्री कलेक्टर एवँ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की गई। इसकी प्रतिलिपि हिंदूवादी नेता प्रबल प्रताप सिंह को भेजी गई इस सम्बंध में सर्व आदिवासी समाज के जिला संयोजक जागेश्वर सिंह राज ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जन नायक स्व बिसाहू दास महंत की मूर्ति नगर पालिका परिषद सक्ती में प्रस्ताव पारित कर मूर्ति का अनावरण तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था पूर्व में यहाँ पर मछली मुर्गा बाजार लगता था वहां आस पास मन्दिर है जन मानस की मांग पर नगर पालिका परिषद सक्ती के अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल द्वारा मछली विक्रेताओं को अन्यत्र विस्थापित कर गार्डन बनाया गया। भूपेश बघेल अनावरण के पश्चात राजमहल राजा सुरेंद्र बहादुर से मुलाकात करने गए यदि शिकायत थी तो उस समय शिकायत करना था उस समय वे कॉग्रेस पार्टी थे और राजमहल की आपसी लड़ाई में कई मामले मुकदमे चल रहे हैं, इनसे बचने महाविद्यालय को खाली करने से बचने के लिये सत्ता का सहारा लिया। जागेश्वर सिंह राज ने कहा कि उन्हें आदिवासी संस्कृति का ज्ञान नहीं हैं आदिवासी नेता नारायण सिंह सिदार ने कहा कि धर्मेन्द्र सिंह आदिवासी परम्परा संस्कृति का ज्ञान नहीं है आने वाले पंचायत चुनाव में लोगों के बीच सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिये बयान दिया है आदिवासियों के हित में कभी काम नहीं किया है।