शहर में अलग-अलग थीमों पर दुर्गा पूजा पंडाल का हुआ है निर्माण



सक्ती । नगर संहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो मे प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शारदीय (क्वांर) नवरात्रि धूमधाम से मनाई जा रही है. भक्तो ने नगर के प्रमुख देवी मंदिरो में लगभग 3027 ज्योत कलश भक्तो ने मनोकामना दीप प्रज्जवलित करवायें है । देवी मंदिरो मे सुबह से ही भक्तो की भीड़ जुट रही है, शारदीय (क्वार ) नवरात्र 3 अक्टूबर गुरुवार को शुरू होते ही भक्तो का मां के दर्शन के लिए तांता लग रहा है, पंचमी तिथि के बाद माताएं बहने नारियल फूल लेकर लोट मारकर देवी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। नगर में चौक चौराहो पर दुर्गा पूजा पण्डालो में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी है, जहां देवी मां भक्तों को अपार आशीर्वाद दे रही है l मां दुर्गा के 9 दिनो तक चलने वाली नवरात्र में भक्तो मे भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। नगर के देवी मंदिरो सहित पंडालो में जसगीतो की धून सुनाई दे रही है । भक्तगण मां भगवती दुर्गा की उपासना के साथ साथ मां की सेवा में लगे हुये है, सभी देवी मंदिरो व दुर्गा पंडालो को विद्युत झालरो व आकर्षण ढंग से सजाया गया है । जिसे देखने भारी भीड़ उमड़ रही है । नगर में इस नवरात्रि में महामाया (महामाई दाई) मंदिर में शारदीय (क्वांर) नवरात्र में इस नवरात्रि में 2528 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है. जिसमें घृत ज्योति कलश 924 एवं तेल ज्योति कलश 1604 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है। इसी प्रकार मां भीमेश्वरी बेरीवाली मंदिर मे इस नवरात्री में 204 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है. जिसमें घृत ज्योति कलश 111 एवं तेल 93 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है। इसी प्रकार अखराभांटा में सार्वजनिक मां वैष्णव देवी मंदिर में 58 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है, जिसमें घृत ज्योति कलश 17 एवं तेल ज्योति कलश 35 ज्योति कलश तथा 06 ज्योति कलश तिल तेल के है । इसी प्रकार गणेश तालाब के पास मां दुर्गा मंदिर में 237 ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है, जिसमें घृत ज्योति कलश 60 एवं तेल ज्योति कलश 177 ज्योति कलश भक्तो ने प्रज्जवलित करवाये है। वही अडभार मे मां अष्टभुजी मंदिर मे मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये है. नगर के निकट ग्राम नन्दौर कला में भी मां सारंगढीन मां के मंदिर मे भी भक्तो ने ज्योति कलश प्रज्जवलित करवाए है । देवी मंदिरो सहित दुर्गा पंडालों में शुबह होते ही रात तक मां के जसगीत सुनाई पड़ रहे है जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है, दुर्गा पंडालो में सुबह व शाम विभिन्न प्रकार के मिठे मिठे स्वादिष्ट व्यंजनो से भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया जा रहा है. जिसमे जलबी, मालपुआ,गुलदाना, रसगुल्ला, बुंदी, मिठी कचोरी, मिठा समोसा सहित अन्य मिठे व्यंजनो से मां को भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया जा रहा है। कई जगह दुर्गा पूजा पंडाल में दाल चावल सब्जी पूरी का भी प्रसाद वितरण किया जा रहा है है ,भक्तो में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है, नगर सहितआसपास के ग्रामीण क्षेत्र के देवी मंदिरो में भव्य एवं आकर्षक ढंग से सजाया गया है, मां की पूजा पाठ कर मां की सेवा भक्तो द्वारा किया जा रहा है, मां के दरबार मे भारी भीड़ देखी जा रही है, सभी मां के दर्शन के लिए आतुर है, बहरहाल पूरा शहर शारदीय (क्वांर) नवरात्रि के महापर्व पर अंचल का माहौल भक्तिमय हो गया है, बच्चे, युवा, महिला हर कोई भक्ति मे लीन नजर आ रहे है, तो वही कई भक्तो ने नौ दिनो तक उपवास रखा है, देवी मंदिरो मे जसगीतो के साथ मां का जयघोष सुनाई पड़ रहा है, 11 अक्टूकर शुक्रवार को अष्टमी पर महामाई दाई मंदिर मे पूरे विधान विधान से मंत्रो से हवन सम्पन्न किया जायेगा, हालांकि कई जगहो पर 10 अक्टूबर गुरुवार को अष्टमी मनाई जाएगी। तथा 11 अक्टूबर को नवमी मनाई जाएगी। नवमीं पर कुंवारी कन्याओं को भोजन के साथ उन्हे यथा शक्ति उपहार देकर खुश करने के साथ कुंवारी कन्याओ से आर्शीवाद भी लेने का विधान है । बहरहाल शहर सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रो मे नवरात्रि की धूम है, चारो और जय माता दी, जय माता दी की जय घोष सुनाई दे रही है ।