सरस्वती शिशु मंदिर सक्ती में मनाया गया जन्माष्टमी उत्सव एवं आयोजित की गई प्रतियोगिताएं

सक्ती । श्रीकृष्ण का जीवन जन्म से ही मुश्किलों भरा सफर रहा पर धैर्य से मुसीबतों का सामना कर उन पर विजय पाने का अभ्यास ही कृष्ण योगेश्वर कहलाए यह बात जन्माष्टमी के पावन अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय सक्ती के व्यवस्थापक चित्रंजय पटेल ने स्वागत उद्बोधन बताते हुए लोगों से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को जीवन में आत्मसात् करने का आग्रह किया। संबोधन के क्रम में आचार्य राजेंद्र महाराज ने गीता में श्रीकृष्ण के दिए गए उपदेशों को जीवन में चरितार्थ करने पर बल देते हुए जन्माष्टमी की बधाईयां दी। अध्यक्ष राम अवतार अग्रवाल ने आशीर्वचन देते हुए विद्यालय परिवार को आयोजन के लिए साधुवाद दिया एवम् भैया बहनों के सुंदर प्रस्तुति को मनमोहक बताया।
कार्यक्रम का शुभारंभ योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के पुजन व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। पश्चात प्रतियोगिताएं आयोजित की गई है जिसमें माला सज्जा में प्रथम माधुरी सांडे द्वितीय अनुज साहू रंगोली में प्रथम ललिता जायसवाल ,द्वितीय काजल साहू , गुलदस्ता सज्जा में प्रथम माधुरी द्वितीय ,नीतू देवांगन , कलश सज्जा में प्रथम रोशनी चंद्रा ,द्वितीय परिणीति कास्यकर , बांसुरी सज्जा में प्रथम परिणीति ,द्वितीय दीप्ति सिंह , पूजा थाली सज्जा में प्रथम माधुरी ,द्वितीय परिणीति कास्यकार, कृष्ण सज्जा नटखट वर्ग में दुर्गा देवांगन, द्वितीय खुशबू यादव, कान्हा वर्ग में रक्षा कसेर, संस्कार चौहान, चित्चोर वर्ग सत्यदत्त पांडे प्रथम व त्रिशा देवांगन द्वितीय स्थान प्राप्त कर अपने प्रतिभा का शानदार परिचय दिया। तो वहीं सभागार में आयोजित मंचीय कार्यक्रम में एकल नृत्य अनुश्री महंत , सामुहिक नृत्य एवम डांडिया नृत्य प्रस्तुत की गई । साथ ही अभिभाविकाओं के लिए कुर्सी दौड़ में प्रथम श्रीमती गोमती जांगड़े , अभिभावकों के लिए मटका फोड़ प्रतियोगिता में योगेश देवांगन ने सफलता हासिल किया ।
विद्यालय परिवार की ओर से सभी अभिभावकों से अपने प्रतिभागी बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया ।
जन्मोत्सव में आयोजित प्रतियोगिताओं में रितेश शर्मा, आर के चौबे, भानुप्रताप सिंह ने निर्णायक की भूमिका अदा की। समारोह में अतिथि परिचय चूड़ामणि साहू तथा प्रधानाचार्य बलदाऊ साहू ने अतिथियों को चंदन तिलक से स्वागत किया । साथ ही कार्यक्रम का संचालन बहन मानसी शर्मा, बरखा यादव एवम् साथियों ने किया तो वहीं आभार प्रदर्शन आचार्य पुरनगिरी गोस्वामी ने किया।
आज जन्मोत्सव में भैया बहनों के साथ अभिभावकों से विद्यालय का सभागार खचा खच भरा हुआ था तथा सभी आनंद से झूम रहे थे।